मौजूदा दूरसंचार कंपनियों और रिलायंस जियो के बीच इंटरकनेक्शन को लेकर जारी विवाद के बीच दूरसंचार नियामक ट्राई ने कहा कि उसने प्वाइंट ऑफ इंटरकनेक्शन (पीओआई) पर भीड़भाड़ के बारे में कंपनियों से दैनिक रिपोर्ट देने को कहा है.
ट्राई के चेयरमैन आरएस शर्मा ने कहा, 'हमने दूरसंचार कंपनियों से कहा है कि वे पीओआई पर भीड़भाड़ पर दैनिक आधार पर रिपोर्ट दें. इससे पहले हमने 15-19 सितंबर की अवधि के लिए रिपोर्ट मांगी थी. अब हमने 19 सितंबर के बाद रिपोर्ट देने को कहा है.'
ट्राई के चेयरमैन ने भारती एयरटेल, वोडाफोन और आइडिया सेल्यूलर सहित अन्य दूरसंचार कंपनियों के आला अधिकारियों से मुलाकात की. ये कंपनियां रिलायंस जियो द्वारा शुल्क दर आदेशों के उल्लंघन का आरोप लगा रही हैं.
रिलायंस जियो की कॉल डॉप होने संबंधी शिकायतों के बाद ट्राई ने इसी हफ्ते कहा था कि वह कॉल ड्राप को लेकर कंपनियों को कारण बताओ नोटिस जारी करेगा. दूरसंचार कंपनियों के साथ बैठक के सवाल पर शर्मा ने कहा, 'कंपनियों ने आईयूसी का अनुपालन नहीं किए जाने, बाजार बिगाड़ू शुल्क दरों संबंधी अपने पत्र के बारे में मुझसे मुलाकात की.'
गौरतलब है कि रिलायंस जियो ने 5 सितंबर को 4जी सेवाओं की शुरुआत की. उसकी वायस कॉल हमेशा की नि:शुल्क रहेंगी, जबकि 4जी मोबाइल ब्रॉडबैंड सेवाएं 31 दिसंबर तक मुफ्त हैं.
वोडाफोन इंडिया के प्रबंध निदेशक व मुख्य कार्याधिकारी सुनील सूद ने कहा, 'ट्राई के चेयरमैन ने हमारी बात सुनी. वह मामले की जांच कर रहे हैं और जल्द ही हमसे संपर्क करेंगे.' दूरसंचार कंपनियों ने हालांकि रिलायंस जियो को और अधिक नेटवर्क इंटरकनेक्शन उपलब्ध कराने के मामले में प्रगति संबंधी सवाल का कोई जवाब नहीं दिया.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)