राजधानी, दुरंतो और शताब्दी ट्रेनों के मुसाफिरों को 17 अक्टूबर से रेल टिकटों पर 20 से 50 रुपये ज्यादा खर्च करने पड़ेंगे। खानपान की गुणवत्ता में सुधार के लिए प्रमुख ट्रेनों में खाने-पीने की चीजों की दरों के पुनरीक्षण की वजह से रेल किराये में इजाफा हुआ है।
प्रमुख ट्रेनों के कुल किराये में ही खाने की कीमत भी जुड़ी होगी। प्रारंभिक गणना के मुताबिक, बढ़ी हुई दरें 20 से 50 रुपये के बीच हो सकती हैं। बढ़ी हुई दरें सफर और ट्रेन पर भी निर्भर करेंगी।
कालका जाने वाली शताब्दी एक्सप्रेस की एग्जिक्यूटिव क्लास के किराये में 16 रुपये का इजाफा हो सकता है जबकि मुंबई राजधानी के एसी-1 के किराये में बढ़ोत्तरी 60 रुपये तक हो सकती है।
एक महीने के भीतर रेलवे ने दूसरी दफा यात्री किरायों में बढ़ोतरी की है। हालांकि, दूसरी बार किया गया इजाफा कुछ चुनिंदा ट्रेनों के लिए ही है। पिछले 7 अक्टूबर को रेलवे ने सभी ट्रेनों में दो फीसदी का इजाफा किया था।
रेलवे अधिकारी ने कहा कि प्रमुख ट्रेनों के बेस किराये में कोई इजाफा नहीं किया गया है और सिर्फ खाने-पीने की चीजों की दरें बढ़ाई गई हैं जिससे टिकटों की कीमतें बढ़ जाएंगी।
अधिकारी ने कहा कि प्रति भोजन कैटररों को दी जाने वाली रकम पिछले 14 साल से नहीं बढ़ाई गई थी।