भारत की स्मार्ट शहर पहल में व्यापारिक अवसरों का दोहन करने के उद्देश्य से अमेरिका ने कहा है कि वह सभी प्रस्तावित 100 स्मार्ट शहर परियोजनाओं में भागीदारी करने पर विचार कर रहा है। इसके साथ ही उसने टिकाऊ अर्थव्यवस्था के विकास में तकनीकी समर्थन की पेशकश की है।
अमेरिका के वाणिज्य उपमंत्री ब्रूस एंड्रयू ने नई दिल्ली में कहा कि अमेरिका स्मार्ट शहर पहल के लिए टिकाऊ समाधान उपलब्ध कराने में भारत का 'मूल्यवान भागीदारी' बन सकता है।
एंड्रयू पांच दिन की भारत यात्रा पर आए हुए हैं। वे स्मार्ट शहर बुनियादी ढांचा व्यापार विकास मिशन पर 18 अमेरिकी कंपनियों के प्रतिनिधि मंडल की अगुवाई कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि 18 अमेरिकी कंपनियों का यह प्रतिनिधि मंडल यहां नीति निर्माताओं और भारतीय कंपनियों से मिलने आया है। यह इस दौरान महत्वपूर्ण प्रौद्योगिकियों को सामने रखेगा जो कि भारत के लिए बहुत उपयोगी व संभावनाशील हो सकती हैं।
एंड्रयू ने कहा, हमारा मानना है कि अमेरिका टिकाऊ अर्थव्यवस्था के विकास में भारत की मदद के लिहाज से बहुत उपयोगी भागीदारी बन सकता है। उन्होंने कहा कि अमेरिकी कंपनियों के लिए भारत की स्मार्ट शहर परियोजनाओं में कारोबार के काफी अवसर हैं।
अमेरिका व्यापार और विकास एजेंसी की निदेशक लियोकेडिया जैक ने कहा कि अमेरिका ने विशाखापट्टनम स्मार्ट शहर की मास्टर योजना में मदद की, जबकि वह इलाहाबाद और अजमेर को तकनीकी मदद उपलब्ध करा रहा है।
एंड्रयू ने कहा, यह प्रक्रिया की शुरुआत है। हमारे प्रयास केवल तीन शहरों तक सीमित नहीं हैं। अमेरिकी कंपनियों के पास मौजूद प्रौद्योगिकी समाधान भारत भर में मददगार होंगे। जैक ने यह भी कहा कि अमेरिका सभी स्मार्ट शहर परियोजनाओं के लिए काम करने की मंशा रखता है। उल्लेखनीय है कि सरकार ने हाल ही में 10 प्रस्तावित स्मार्टशहरों की पहली सूची जारी की है।