विदेशी कोषों की निकासी और वैश्विक बाजारों में नरमी के बीच भारतीय शेयर बाजार लगातार तीसरे दिन दबाव में रहा। बंबई शेयर बाजार का सूचकांक बुधवार को 174 अंक टूटकर 25,406.33 अंक के तीन सप्ताह के न्यूनतम स्तर पर आ गया। ईरान और सउदी अरब के बीच कूटनीतिक विवाद तथा चीन की अर्थव्यवस्था संबंधी चिंता से पहले से ही प्रभावित वैश्विक रझान पर तब और अधिक दबाव बन गया जबकि उत्तर कोरिया ने हाइड्रोजन बम परीक्षण की घोषणा की।
15 दिसंबर के बाद का न्यूनतम स्तर
इस बीच मासिक पीएमआई सर्वेक्षण के मुताबिक भारत के सेवा क्षेत्र की गतिविधियां नए आर्डर में उल्लेखनीय बढ़ोतरी के मद्देनजर दिसंबर में 10 महीने के उच्च स्तर पर पहुंच गई लेकिन इससे बाजार के रुझान को मदद नहीं मिली। सेंसेक्स तेजी के साथ 25,628.23 के स्तर पर खुला जो बाद में आरआईएल और अन्य बड़े शेयरों में लिवाली बढ़ने से 25,632.57 के दिन भर के उच्च स्तर पर पहुंच गया। सूचकांक में बाद में गिरावट दर्ज हुई और यह 174.01 या 0.68 प्रतिशत गिरकर 25,406.33 पर बंद हुआ। यह 15 दिसंबर के बाद से अब तक का न्यूनतम स्तर है जबकि यह 25,320.44 पर बंद हुआ था।
निफ्टी 7,741 अंक पर हुआ बंद
एनएसई निफ्टी दबाव में रहा और 43.54 अंक या 0.56 प्रतिशत गिरकर 7,741.00 पर बंद हुआ। सेंसेक्स में शामिल शेयरों में सबसे अधिक प्रभावित होने वाली कंपनी आईटीसी रही जिसमें 2.96 प्रतिशत की गिरावट दर्ज हुई। इसके बाद आईसीआईसीआई बैंक रहा जिसमें 2.59 प्रतिशत की गिरावट दर्ज हुई। नुकसान दर्ज करने वाले अन्य शेयरों में टाटा मोटर्स, महिन्द्रा एण्ड महिन्द्रा, मारति सुजूकी, अदाणी पोर्ट्स, एशियन पेंट्स, ओएनजीसी, हीरो मोटो कार्प, लुपिन, लार्सन एण्ड टुब्रो, सन फार्मा, एक्सिस बैंक शामिल हैं।