देश के शेयर बाजारों के प्रमुख सूचकांकों सेंसेक्स और निफ्टी में गत सप्ताह करीब चार फीसदी का उछाल दर्ज किया गया। इस दौरान सेंसेक्स और निफ्टी ऐतिहासिक शिखर पर बंद हुए। बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स गत सप्ताह 3.79 फीसदी या 799.67 अंकों की तेजी के साथ शुक्रवार को 21,919.79 पर बंद हुआ।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी इसी दौरान 3.98 फीसदी या 249.7 अंकों की तेजी के साथ 6,526.65 पर बंद हुआ। गत सप्ताह सेंसेक्स के 30 में से 23 शेयरों में तेजी रही।
हिंडाल्को इंडस्ट्रीज (18.60 फीसदी), आईसीआईसीआई बैंक (15.10 फीसदी), एक्सिस बैंक (11.14 फीसदी), भेल (9.87 फीसदी) और मारुति सुजुकी (9.43 फीसदी) में सर्वाधिक तेजी रही। डॉ. रेड्डीज लैब (6.04 फीसदी), विप्रो (5.23 फीसदी), सन फार्मा (4.75 फीसदी), टीसीएस (2.10 फीसदी) और इंफोसिस (2.07 फीसदी) में सर्वाधिक गिरावट रही।
आलोच्य अवधि में बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में भी ढाई फीसदी से अधिक तेजी रही। मिडकैप 2.97 फीसदी या 193.02 अंकों की तेजी के साथ 6,693.44 पर और स्मॉलकैप 2.6 फीसदी या 167.41 अंकों की तेजी के साथ 6,612.45 पर बंद हुआ।
सेंसेक्स और निफ्टी दोनों गत सप्ताह ऐतिहासिक ऊपरी स्तर पर बंद हुए। सेंसेक्स ने इस दौरान 21,960.89 का रिकॉर्ड ऊपरी स्तर छुआ, जबकि निफ्टी ने 6,537.80 का रिकॉर्ड ऊपरी स्तर छुआ। सेंसेक्स गुरुवार को भी ऐतिहासिक ऊपरी स्तर 21,513.87 पर बंद हुआ था और रिकॉर्ड ऊपरी स्तर 21,525.14 को छुआ था। निफ्टी इससे पहले 9 दिसंबर, 2013 को 6,415.25 के तब तक के ऐतिहासिक शिखर पर बंद हुआ था।
गत सप्ताह के प्रमुख घटनाक्रमों में भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा गुरुवार को जारी आंकड़े के मुताबिक देश का चालू खाता घाटा 31 दिसंबर, 2013 को समाप्त तीसरी तिमाही में घटकर 4.2 अरब डॉलर या जीडीपी का 0.9 फीसदी दर्ज किया गया, जो एक साल पहले समान तिमाही में 31.9 अरब डॉलर या जीडीपी का 6.5 फीसदी था। 2013-14 की दूसरी तिमाही में भी यह अपेक्षाकृत अधिक 5.2 अरब डॉलर या जीडीपी का 1.2 फीसदी था।