खुदरा क्षेत्र की दिग्गज अमेरिकी कंपनी वॉलमार्ट ने कहा है कि वह भारत के बहु ब्रांड खुदरा क्षेत्र में एफडीआई के लिए अमेरिका में लॉबिंग करने से जुड़े मुद्दों की न्यायिक जांच में भारतीय अधिकारियों को ‘समुचित जानकारी’ उपलब्ध कराएगी।
गौरतलब है कि विपक्षी दलों की मांग पर भारत सरकार ने इस मामले की न्यायिक जांच कराने की घोषणा की है।
न्यायिक जांच में भारत सरकार को मदद करने के बारे में पूछे जाने पर कंपनी के प्रवक्ता ने कहा, हम अधिकारियों को सभी जानकारी देने के लिए काम करेंगे। हालांकि, प्रवक्ता ने कहा कि अमेरिकी सांसदों के बीच लॉबिंग के बारे में दिए गए ब्यौरे से किसी प्रकार की गलत गतिविधियों का पता नहीं चलता है।
प्रवक्ता ने कहा, अमेरिकी संसद के समक्ष जमा किए गए लॉबिंग से जुड़े ब्योरे के आधार पर उसके उपर भारत में अनुचित कार्य में संलग्न होने का आरोप लगाना गलत है। इन ब्योरों का राजनैतिक अथवा भारत के सरकारी संपर्कों से कुछ भी लेना-देना नहीं है। एक सवाल के जवाब में प्रवक्ता ने कहा, इससे पता चलता है कि तीन महीने के दौरान भारत में हमारे कारोबारी हितों की चर्चा 50 अथवा इससे अधिक मुद्दों के साथ अमेरिका के सरकारी अधिकारियों के साथ की गई थी। अमेरिकी कानून के मुताबिक, खास दायरे में आने वाली सभी कंपनियों को प्रत्येक तीन माह में अमेरिकी सरकार के साथ किन-किन मुद्दों पर संपर्क किया और इन पर कितना खर्च हुआ का ब्योरा देना होता है।