आईटी कंपनी विप्रो का शुद्ध लाभ 30 सितंबर, 2012 को समाप्त हुई दूसरी तिमाही में 23.8 प्रतिशत बढ़कर 1,610.6 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। बीते वित्त वर्ष की इसी अवधि में कंपनी को 1,300.9 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था।
समीक्षाधीन तिमाही में कंपनी के परिचालन से कुल आय 17.16 प्रतिशत बढ़कर 10,620.3 करोड़ रुपये रही, जो बीते वित्त वर्ष की इसी अवधि में 9,064.5 करोड़ रुपये थी।
विप्रो के चेयरमैन अजीम प्रेमजी ने एक बयान में कहा, हमने गैर-आईटी कारोबार को अलग कर विप्रो के लिए एक नए अध्याय की शुरुआत की है। मुझे विश्वास है कि इससे हमारे सभी शेयरधारकों के शेयरों का मूल्यवर्धन होगा और हमारे प्रत्येक कारोबार के लिए विकास को नई दिशा मिलेगी। विप्रो ने कहा था कि वह अपने गैर-आईटी कारोबार जैसे कंज्यूमर केयर एवं लाइटिंग को एक नई कंपनी में शामिल करेगी। इससे उसे सूचना प्रौद्योगिकी पर विशेष ध्यान देने में मदद मिलेगी।
नई निजी कंपनी विप्रो एंटरप्राइजेज कहलाएगी, जिसमें विप्रो कंज्यूमर केयर एंड लाइटिंग (फर्नीचर कारोबार सहित), विप्रो इंफ्रास्ट्रक्चर इंजीनियरिंग (हाइड्रोलिक व जल कारोबार) एवं मेडिकल डायग्नोस्टिक प्रोडक्ट एंड सर्विसेज शामिल होंगे।
समीक्षाधीन तिमाही के दौरान आईटी सेवाओं से आय साल दर साल 4.6 प्रतिशत बढ़कर 154.1 करोड़ डॉलर रही।
विप्रो ने कहा, हमें 31 दिसंबर, 2012 को समाप्त होने वाली तिमाही में अपनी आईटी सेवाओं के कारोबार से आय 156 करोड़ डॉलर से 159 करोड़ डॉलर के दायरे में रहने की उम्मीद है। कंपनी ने समीक्षाधीन तिमाही में आईटी सेवा प्रभाग के लिए 2,017 कर्मचारियों की नियुक्ति की, जिससे कुल कर्मचारियों की संख्या बढ़कर 1,40,569 पर पहुंच गई।