कारोबार करने के लिहाज से सुगमता वाले राज्यों की सूची में गुजरात शीर्ष पर है। यानी गुजरात में बिजनेस करना सबसे आसान है। विश्व बैंक की ‘व्यवसाय सुगमता सूचकांक’ में आंध्र प्रदेश दूसरे और झारखंड तीसरे स्थान पर रहा।
इस सूची में शीर्ष दस राज्यों में छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, राजस्थान, ओडिशा, महाराष्ट्र, कर्नाटक और उत्तर प्रदेश शामिल हैं। सरकार की ओर से यह सूची विश्व बैंक ने तैयार की है। इनमें आठ मानदंडों को शामिल किया गया है। कारोबार स्थापित करना, भूमि का आवंटन, श्रम सुधार और पर्यावरण मंजूरी की प्रक्रिया जैसे मानदंडों के आधार पर राज्यों को रैंकिंग दी गई है। इसके अलावा अन्य मानदंडों में बुनियादी ढांचा, कर के लिए पंजीकरण की प्रक्रिया और विभिन्न नियमों के अनुपालन का निरीक्षण शामिल हैं।
इस सूची में मिजोरम, जम्मू-कश्मीर, मेघालय, नगालैंड और अरुणाचल प्रदेश जैसे राज्य नीचे हैं। ‘राज्यों में व्यवसाय सुधारों के क्रियान्वयन का आकलन’ शीषर्क की रिपोर्ट में पिछले साल मुख्य सचिवों की कार्यशाला में व्यवसाय सुगमता के लिए तय की गई 98 सूत्रीय कार्रवाई योजना को भी आधार बनाया गया है।
सूची में प्रमुख राज्यों में पश्चिम बंगाल 11वें स्थान पर है। उसके बाद क्रमश: तमिलनाडु (12वें), हरियाणा (14वें), दिल्ली (15वें), पंजाब (16वें) हिमाचल प्रदेश (17वें), केरल (18वें), गोवा (19वें), बिहार (21वें) और असम (22वें) स्थान पर है।
कारोबार में सुगमता की स्थिति को और बेहतर करने पर जोर देते हुए विश्व बैंक के कंट्री निदेशक ओनो रहल ने रिपोर्ट की प्रस्तावना में लिखा है कि भारत में उद्योगों को जरूरत से अधिक नियामकीय बोझ झेलना पड़ता है।
उन्होंने कहा कि इसी नियामकीय बोझ की वजह से विश्व बैंक की व्यवसाय सुगमता सूची में 182 देशों में भारत को 142वां स्थान दिया गया।