थोक मुद्रास्फीति पिछले छह महीने के गिरावट के रुझान को तोड़ते हुए दिसंबर,2014 में नाम मात्र को बढ़कर 0.11 प्रतिशत पर पहुंच गई। ऐसा मुख्य तौर पर खाद्य उत्पादों की कीमत बढ़ने के कारण हुआ। थोकमूल्य सूचकांक पर आधारित मुद्रास्फीति नवंबर,14 में शून्य पर थी।
सरकार द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक दिसंबर में खाद्य मुद्रास्फीति बढ़कर 5.2 प्रतिशत रही, जो पांच महीने का उच्चतम स्तर है। दालों और फल-सब्जी की मुद्रास्फीति दिसंबर में इससे पिछले महीने के मुकाबले ऊंची रही।
इसके विपरीत समीक्षाधीन माह में गेहूं, दूध और अंडा, मांस एवं मछली जैसे प्रोटीनयुक्त उत्पादों में मूल्य वृद्धि की दर हल्की हुई।
इस दौरान पेट्रोल के थोकमूल्यों में सालाना आधार पर 11.96 की तेज गिरावट दर्ज की गई। नवंबर में गिरावट 9.96 प्रतिशत थी। इसी तरह डीजल की कीमत में पिछले महीने के मुकाबले अधिक तेजी से गिरी।
प्राथमिक उत्पाद खंड में मुद्रास्फीति दिसंबर में बढ़कर 2.17 प्रतिशत रही, जो नवंबर में 0.98 प्रतिशत थी। थोकमूल्य आधारित मुद्रास्फीति में जून से लगातार गिरावट दर्ज हो रही थी।
इस बीच सरकार ने अक्तूबर, 14 का थोकमूल्य मुद्रास्फीति का आंकड़ा संशोधित कर 1.66 प्रतिशत कर दिया, जबकि इससे पहले प्राथमिक आंकड़ों के आधार पर इसके 1.77 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया गया था।