अगले साल से JEE रैंकिंग में 12वीं के अंकों को नहीं दिया जाएगा वेटेज

अगले साल से JEE रैंकिंग में 12वीं के अंकों को नहीं दिया जाएगा वेटेज

नयी दिल्ली:

अगले साल से इंजीनियरिंग अंडर ग्रेजुएट कोर्सेज में दाखिले के लिए संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) में रैंकिंग निर्धारण में 12वीं कक्षा के अंक निर्धारक तत्व नहीं होंगे। यानी अगले वर्ष से जेईई रैकिंग में 12वीं कक्षा में आए नंबरों का कोई रोल नहीं होगा। 

मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने कहा कि आईआईटी परिषद द्वारा गठित एक समिति द्वारा जेईई पैटर्न में बदलावों की सिफारिश सौंपे जाने के बाद यह फैसला लिया गया है। इन सिफारिशों को व्यापक परामर्श के लिए लोगों के बीच रखा गया था।

एक अधिकारी ने बताया, ‘‘अशोक मिश्रा समिति की रिपोर्ट की छानबीन और जन प्रतिक्रिया के बाद मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने 2017 के लिए जीईई पैटर्न में कुछ बदलावों का फैसला किया है। जेईई में रैंकिंग के लिए 12वीं कक्षा में आए अंकों को 40 प्रतिशत वेटेज देने के सिस्टम को हटा दिया जाएगा। ’’

अधिकारी ने कहा कि 12वीं कक्षा के प्राप्तांकों से सिर्फ यह तय होगा कि छात्र प्रवेश परीक्षा में बैठने के योग्य है या नहीं।

प्रवेश परीक्षा देने के लिए 75 फीसदी अंक जरूरी
अधिकारी ने कहा कि इस परीक्षा में बैठने के लिए छात्र को 12वीं में कम से कम 75 फीसदी अंक हासिल करने होंगे। या फिर इसमें वही छात्र बैठ सकेंगे जिनका स्थान संबंधित परीक्षा बोर्ड के टॉप 20 परसेंटाइल में होगा। अनुसूचित जाति और जनजाति के छात्रों के लिए न्यूनतम अंक 65 फीसदी होंगे। परीक्षा की बाकी चीजें वैसी ही रहेंगी।

गौरतलब है कि देश के तमाम एनआईटी, आईआईआईटी, अन्य केंद्रीय वित्तीय सहायता प्राप्त तकनीकी संस्थानों, इस सिस्टम में शामिल हो चुके राज्यों के संस्थानों और अन्य ढेरों संस्थानों में 12वीं कक्षा में प्राप्तांक और जेईई (मेन) परीक्षा के प्रदर्शन के आधार पर इंजीनियरिंग अंडरग्रेजुएट कोर्सेज में दाखिला होता है।

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जेईई (मेन) में प्रदर्शन के आधार पर जेईई एडवांस परीक्षा देने का मौका मिलता है। जेईई एडवांस परीक्षा के जरिए ही देश के प्रतिष्ठित संस्थान आईआईटी के इंजीनियरिंग कोर्सेज में दाखिला लिया जा सकता है।