साल 2017: ये हैं वो स्किल्स जो जॉब मार्केट में आपकी वेल्यू बनाए रखेंगी

साल 2017: ये हैं वो स्किल्स जो जॉब मार्केट में आपकी वेल्यू बनाए रखेंगी

एडवांस होती टेक्नोलॉजी के साथ-साथ हर प्रोफेशनल को अपनी स्किल्स भी अपग्रेड करनी होती है. अगर वह ऐसा नहीं करता है तो उसके लिए रोजगार के अवसर कम होते चले जाएंगे. आप पहले से खुद को तैयार कर सकें, इसलिए यहां हम आपको कुछ ऐसी स्किल्स के बारे में बताते हैं जिनकी डिमांड 2017 में बने रहने की उम्मीद है. 

1. डिजिटल, एसईओ/एसईएम मार्केटिंग - ऑनलाइन शॉपिंग, सर्फिंग, रीडिंग के तेज गति से बढ़ने के चलते डिजिटल मार्केटिंग मैनेजर, ऑनलाइन मार्केटिंग मैनेजर, एसईओ मार्केटिंग स्ट्रेटिजिस्ट, एसईओ मैनेजर, एसईओ एनालिस्ट पद से जुड़ी स्किल्स की डिमांड बनी रहेगी. 

2. बैंकिंग, फाइनेंशियल सर्विसेज, इंश्योरेंस, टेक्सेशन- नोटबंदी के चलते अब इन स्किल्स में महारत हासिल करने वाले प्रोफेशनल्स की डिमांड बढ़ सकती है. जीएसटी लागू होने के बाद नए टैक्स नियमों के जानकार लोगों की आवश्यकता और होगी. इस माहौल के बीच फाइनेंशियल प्रानर्स एंड एडवाइजर्स, म्यूचुअल फंड एडवाइजर्स, इंश्योरेंस एजेंट्स, टैक्स कंसलटेंट्स के पद और बढ़ेंगे.  

3. यूजर इंटरफेस (यूआई) डिजाइन - इस फील्ड में यूजर एक्सपीरियंस डिजाइनर, यूजर इंटरफेस डिजाइनर, यूजर इंटफेस डिजाइनर (कंप्यूटर सॉफ्टवेयर एप्लीकेशंस),क्रिएटिव डायरेक्टर जैसे पदों पर जॉब की संभावनाएं रह सकती हैं. किसी भी कंप्यूटर, मोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस, होम एप्लाइंसेज आदि के यूजर इंटरफेस की डिजाइन को यूआई कहा जाता है. 

4. मोबाइल डेवलपमेंट - बढ़ते स्मार्टफोन बाजार के चलते एंड्रॉयड व आईओएस डेवलपर, टेक्निकल आर्किटेक्ट, लीड सॉफ्टवेयर इंजीनियर, प्रोजेक्ट मैनेजर (आईटी) वगैरह पदों पर नौकरियों की संख्या में इजाफा हो सकता है. 

5. वेब आर्किटेक्चर एंड डेवलपमेंट फ्रेमवर्क- अगर ये हुनर आपमें है तो आपको वेब डेवलपर, सॉफ्टवेयर इंजीनियर, प्रोग्रामर प्रोजेक्ट मैनेजर जैसी जॉब्स मिल सकती है.

6. क्लाउड कंप्यूटिंग- इसमें आईटी आर्किटेक्ट, क्लाउड सॉफ्टवयर, सॉफ्टवेयर आर्किटेक्ट, टेक्निकल कंसलटेंट जैसी नौकरियों की भरमार हो सकती है. 

7. नेटवर्क एंड इंफॉर्मेशन सिक्योरिटी- नेटवर्क सिक्योरिटी इंजीनियर, नेटवर्क सिक्योरिटी एनालिस्ट, इंफोर्मेशन सिक्योरिटी एनालिस्ट, इंफोर्मेशन सिक्योरिटी ऑफिसर आदि से जॉब्स बनी रहेंगी. इसके अलावा स्टोरेज सिस्टम एंड मैनेजमेंट से जुड़ी स्किल्स की मांग लगातार बनी रह सकती है. 

8. एल्गोरिथ्म डिजाइन/कोडिंग- यहां सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट इंजीनियर, लीड सॉफ्टवेयर इंजीनियर, सॉफ्टवेयर डेवलपर पदों पर जॉब्स रहने की उम्मीद जताई जा रही है. इसके अलावा स्टैटिस्टिकल एनालाएसिस व डाटा माइनिंग में डाटा साइंटिस्ट, सीनियर बिजनेस एनालिस्ट, डाटा एनालिस्ट की नौकरियां भी रहेंगी. 


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