नदी जल पर राज्य के खिलाफ किसी फैसले को स्वीकार नहीं करेगा पंजाब : मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल

नदी जल पर राज्य के खिलाफ किसी फैसले को स्वीकार नहीं करेगा पंजाब : मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल

पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल (फाइल फोटो)

अमृतसर:

पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने मंगलवार को कहा कि पंजाब या पंजाबी नदी के पानी को लेकर राज्य के हितों के खिलाफ कोई भी फैसला स्वीकार नहीं करेंगे और वे इसको लेकर अपने वैध हिस्से की रक्षा करने के लिए कोई भी बलिदान करने को तैयार हैं.

बादल ने पंजाबी सुभा समारोह के 50वें वर्ष के मौके पर एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि केंद्र की लगातार सरकारों ने राज्य और उसके लोगों को नदी के पानी की 'उचित हिस्सेदारी से इनकार करके उनका सरासर शोषण' किया है. उन्होंने कहा कि केंद्र की कांग्रेस सरकारों के 'बेपहरवाह' रुख के चलते अंतर-राज्यीय मुद्दे लंबे समय से लटके हुए हैं, जिसमें पंजाब को एक राजधानी से इनकार, पंजाबी भाषी क्षेत्रों का हस्तांतरण और नदी पानी के मुद्दों को अंतरराष्ट्रीय रूप से स्वीकार्य नदी तट सिद्धांत के दायरे में सुलझाना शामिल है.

बादल ने केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से निजी तौर पर ध्यान देने का आग्रह करते हुए कहा कि लोग केंद्र सरकार द्वारा प्रांतीय मुद्दे नहीं सुलझाये जाने पर अब सवाल कर रहे हैं, जिसमें शिरोमणि अकाली दल एक सहयोगी है. उन्होंने दोनों नेताओं से बिना किसी देरी के त्वरित न्याय का आग्रह किया.

बादल ने कांग्रेस नेतृत्व पर पंजाब को धोखा देने का आरोप लगाया और कहा कि वे पंडित जवाहर लाल नेहरू के समय से ही पंजाब से धोखा करने के लिए जाने जाते हैं, जिन्होंने भाषायी आधार पर पंजाबी सूबा निर्मित करने का वादा किया था लेकिन वे 'मुकर' गए. उन्होंने पंजाबी सूबा निर्माण में बलिदान देने वालों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि प्रत्येक पंजाबी धरती के इन सपूतों के प्रति ऋणी है, जिन्होंने इस सपने को एक वास्तविकता बनाया.

(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)


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