यह ख़बर 16 जून, 2013 को प्रकाशित हुई थी

मैन ऑफ द मैच भुवनेश्वर बोले, अभी भी सीख रहा हूं

खास बातें

  • पाकिस्तान के खिलाफ लगातार आठ बेहतरीन ओवर फेंककर भारत की जीत सुनिश्चित करने वाले तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार का मानना है कि अभी भारत का प्रमुख तेज गेंदबाज बनने के लिए उन्हें लंबा सफर तय करना है।
बर्मिंघम:

पाकिस्तान के खिलाफ लगातार आठ बेहतरीन ओवर फेंककर भारत की जीत सुनिश्चित करने वाले तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार का मानना है कि अभी भारत का प्रमुख तेज गेंदबाज बनने के लिए उन्हें लंबा सफर तय करना है।

पाकिस्तान के खिलाफ शनिवार को भुवनेश्वर ने अपना पहला मैन ऑफ द मैच पुरस्कार जीता। उसने नासिर जमशेद और मोहम्मद हफीज के विकेट लिये।

उसने मैच के बाद कहा, ‘‘इंग्लैंड में नई गेंद को स्विंग मिलती है और मैंने महसूस किया कि कप्तान मुझसे सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन चाहते थे। मैं भारत में भी लगातार ऐसा करता रहा हूं।’’

यह पूछने पर कि क्या वह भारत का तेज आक्रमण संभालने के लिये तैयार हैं, उन्होंने कहा, ‘‘मैं अभी भी सीख रहा हूं और सीनियरों से लगातार टिप्स लेता हूं। भविष्य के बारे में बात करना अभी जल्दबाजी होगी। मैं मैच दर मैच रणनीति बना रहा हूं।’’
भुवनेश्वर ने कहा कि पाकिस्तान के खिलाफ उसकी कोई खास रणनीति नहीं थी। उसने कहा, ‘‘नई गेंद का गेंदबाज होने के कारण मेरा काम बेसिक्स पर अडिग रहना है। लेकिन यह सही है कि इंग्लैंड में गेंद उतना स्विंग नहीं ले रही जितना मैने सोचा था। उछाल अच्छा मिल रहा है।’’

उसने यह भी कहा कि वह पाकिस्तानी बल्लेबाजों से भयभीत नहीं था। उसने कहा, ‘‘स्विंग मेरा मुख्य हथियार है। सभी गेंदबाज मूवमेंट पर निर्भर रहते हैं और मैं कोई अपवाद नहीं हूं। पाकिस्तान हो या कोई और, मेरा रवैया समान होता है। हमने दोनों मैच एक टीम के रूप में जीते हैं।’’

भुवनेश्वर ने कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को टीम पर से दबाव हटाने के लिये धन्यवाद दिया। उसने कहा, ‘‘धोनी काफी कूल रहते हैं। वह चाहते थे कि हम अतीत को भुलाकर वर्तमान में जीये। इससे हमें मैच के लिये तैयारी करने में मदद मिलती है।’’

धोनी ने भी भुवनेश्वर की तारीफ करते हुए कहा, ‘‘वह बहुत रफ्तार से गेंद नहीं फेंकता लेकिन सही दिशा में डालता है। उसने नई गेंद का बखूबी इस्तेमाल किया क्योंकि वह दोनों ओर से गेंद को स्विंग करा सकता है। उसने विरोधी टीम पर दबाव डाला।’’

भारत के मध्यक्रम को तीन मैचों में अभी तक आजमाया नहीं गया लेकिन धोनी ने कहा कि यह कोई चिंता की बात नहीं है।

उन्होंने कहा, ‘‘हमारा मध्यक्रम संतुलित है जिसमें मैं, रैना और जडेजा है। हमने काफी मैच खेले हैं। बस रैना को नेट पर और अभ्यास की जरूरत है।’’

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डैथ ओवरों में गेंदबाजी में अभी भी सुधार की जरूरत है। धोनी ने यह भी कहा कि इस टूर्नामेंट में फील्डिंग बेहतरीन रही है। धोनी को कल पिंडली में चोट भी लगी लेकिन उन्होंने कहा कि अगले तीन दिन में वह ठीक हो जाएंगे।