यह ख़बर 11 जनवरी, 2012 को प्रकाशित हुई थी

भारतीय बल्लेबाजी के ‘बिग फोर’ को पर्थ में अच्छा प्रदर्शन करना होगा : युवराज

खास बातें

  • युवराज सिंह का मानना है कि भारत को अगर शुक्रवार से पर्थ में आस्ट्रेलिया के खिलाफ शुरू हो रहे तीसरे क्रिकेट टेस्ट में वापसी करनी है तो बल्लेबाजी विभाग के शीर्ष चार बल्लेबाजों को एकजुट होकर अच्छा प्रदर्शन करने की जरूरत है।
नई दिल्ली:

युवराज सिंह का मानना है कि भारत को अगर शुक्रवार से पर्थ में आस्ट्रेलिया के खिलाफ शुरू हो रहे तीसरे क्रिकेट टेस्ट में वापसी करनी है तो बल्लेबाजी विभाग के शीर्ष चार बल्लेबाजों को एकजुट होकर अच्छा प्रदर्शन करने की जरूरत है।

युवराज ने कहा, ‘अगर भारत को अच्छा प्रदर्शन करना है तो वीरू (वीरेंद्र सहवाग), सचिन (तेंदुलकर), राहुल (द्रविड़), (वीवीएस) लक्ष्मण सभी को एक साथ अच्छा प्रदर्शन करना होगा। अच्छी साझेदारी बनानी होगी और मुझे पूरा भरोसा है कि वे अगले टेस्ट मैच में वापसी करेंगे।’ फेफड़े में ट्यूमर के कारण क्रिकेट से दूर इस आक्रामक बल्लेबाज ने चार मैचों की श्रृंखला के पहले दो टेस्ट में शानदार प्रदर्शन के लिए ऑस्ट्रेलिया को श्रेय दिया। उन्होंने विशेष तौर पर पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग और माइकल हसी की तारीफ की जो सिडनी में फार्म में लौटे और आलोचकों को शांत किया।

युवराज ने कहा, ‘आपको ऑस्ट्रेलिया को श्रेय देना होगा, उन्होंने काफी अच्छा क्रिकेट खेला। सभी हसी और पोंटिंग को चुका हुआ मान रहे थे, इन खिलाड़ियों ने वापसी की और रन बनाए और माइकल क्लार्क के साथ मिलकर अंतर पैदा किया।’

युवराज ने भारत के वापसी करने की उम्मीद जताई और साथ ही आस्ट्रेलियाई मीडिया की इन रिपोर्ट को भी बकवास करार दिया कि टीम में मतभेद हैं। उन्होंने कहा, ‘जब टीम हार रही हो तो आलोचना होती ही है। मैं इस बात से सहमत नहीं हूं कि टीम में मतभेद हैं, ये मुद्दे मीडिया ने खड़े किए हैं। मैं सिर्फ इतनी उम्मीद करता हूं कि उनके लिए टेस्ट मैच अच्छा रहे और सारी अफवाहें मिट जाएं। मुझे पूरा भरोसा है कि वे सब मिलकर कुछ विशेष करेंगे।’ मौजूदा श्रृंखला और 2008 में अनिल कुंबले की अगुआई में आस्ट्रेलिया में हुई श्रृंखला की तुलना करते हुए युवराज ने कहा कि चार साल पहले सिडनी में ‘मंकीगेट’ प्रकरण के बाद टीम ने वापसी करते हुए जज्बा दिखाया था।

यह 30 वर्षीय अंतिम बार नवंबर में वेस्टइंडीज के खिलाफ नवंबर में खेला था जिसके बाद उसे ट्यूमर होने का खुलासा हुआ। युवराज ने कहा कि वह टेस्ट क्रिकेट खेलने के लिए बेताब था लेकिन बिगड़ते हुए स्वास्थ्य के साथ खेलना गलती था।

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फेफड़ों में संक्रमण के साथ भारत की ओर से पहले दो टेस्ट खेलने वाले युवराज ने कहा, ‘मैं हमेशा से टेस्ट क्रिकेट में खेलने को बेताब था लेकिन उस समय मैं शत प्रतिशत फिट नहीं था। जब मुझे पता चला कि मेरा ट्यूमर घातक नहीं है तो मैंने शत प्रतिशत फिट होने के बाद क्रिकेट खेलने का फैसला किया।’ युवराज ने कहा कि अब वह पूर्ण फिटनेस हासिल करने और ऑस्ट्रेलिया में आगामी त्रिकोणीय श्रृंखला के साथ अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं।