यह ख़बर 25 जनवरी, 2012 को प्रकाशित हुई थी

द्रविड़ ने बराबर किया बोल्ड का रिकॉर्ड

खास बातें

  • द्रविड़ भारत के चौथे ऐसे खिलाड़ी हैं जो एक श्रृंखला में छठी बार बोल्ड हुए। उनसे पहले चंदू सरवटे, भगवत चंद्रशेखर और अंशुमन गायकवाड़ के नाम पर संयुक्त रूप से यह रिकॉर्ड था।
एडिलेड:

राहुल द्रविड़ और बोल्ड का लगता है गहरा रिश्ता बन गया है। श्रीमान भरोसेमंद ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वर्तमान श्रृंखला में बुधवार को छठी बार बोल्ड हो गए और इस तरह से उन्होंने भारतीय रिकॉर्ड की बराबरी की। द्रविड़ भारत के चौथे ऐसे खिलाड़ी हैं जो एक श्रृंखला में छठी बार बोल्ड हुए। उनसे पहले चंदू सरवटे, भगवत चंद्रशेखर और अंशुमन गायकवाड़ के नाम पर संयुक्त रूप से यह रिकॉर्ड था।

टेस्ट क्रिकेट में एक श्रृंखला में सर्वाधिक बार बोल्ड होने के रिकार्ड जैक मैसन और बिल ओ रिले के नाम पर हैं। ये दोनों ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी आठ-आठ बार बोल्ड हुए थे। टेस्ट क्रिकेट में सर्वाधिक बार बोल्ड होने वाले द्रविड़ भारत की अगली पारी में भी बोल्ड हो जाते हैं तो यह नया भारतीय रिकार्ड होगा और तब वह ऑस्ट्रेलिया के डब्ल्यू आर्मस्ट्रांग और दक्षिण अफ्रीका के टिम स्नूक की बराबरी करेंगे जो एक श्रृंखला में सात-सात बार बोल्ड हुए हैं।

ऑस्ट्रेलिया के कप्तान माइकल क्लार्क ने इस श्रृंखला में तिहरा शतक जड़ने के बाद दोहरा शतक भी लगाया। सर डान ब्रैडमैन और वाली हैमंड के बाद एक श्रृंखला में यह कारनामा करने वाले वह दुनिया के तीसरे बल्लेबाज बन गये हैं। ब्रैडमैन ने दो बार 1930 और 1934 में ऐसा किया था। यदि कप्तान के रूप में श्रृंखला में तिहरे और दोहरे शतक की बात की जाए तो क्लार्क ऐसा करने वाले पहले खिलाड़ी हैं।

पोंटिंग और क्लार्क दोनों ने आस्ट्रेलियाई पारी में दोहरा शतक जमाया। टेस्ट क्रिकेट में यह 16वां अवसर है जबकि एक पारी में दो बल्लेबाजों ने ऐसा कारनामा किया। आस्ट्रेलिया की तरफ से चौथी बार एक पारी में दो खिलाड़ियों ने दोहरे शतक जमाये। यही नहीं एडिलेड ओवल में अब सर्वाधिक 19 दोहरे शतक बन चुके हैं जो कि रिकार्ड है।

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एडिलेड के बाद लंदन का ओवल मैदान (18 दोहरे शतक) दूसरे स्थान पर है। पोंटिंग और क्लार्क ने चौथे विकेट के लिये 386 रन की साझेदारी की। यह भारत और आस्ट्रेलिया के बीच किसी भी विकेट के लिये सबसे बड़ी भागीदारी है। इससे पहले का रिकार्ड भारत के वीवीएस लक्ष्मण और द्रविड़ के नाम पर था जिन्होंने 2001 में कोलकाता में 376 रन की साझेदारी की थी।