खास रिपोर्ट : मुंबई का छोरा... यूएई में ढिंढोरा

मुंबई में स्वप्निल का परिवार

मुंबई:

वर्ल्डकप के एक मैच में रोहित-रहाणे अपने पुराने दोस्त से भिड़ेंगे, चौंकिए मत ये सच है। शनिवार को जब भारत वर्ल्डकप के अपने तीसरे मुकाबले में 28 फरवरी को संयुक्त अरब अमीरात से भिड़ेगा, तो यूएई के लिए विकेट के पीछे मोर्चा संभालेंगे मुंबई से सटे वसई के दरपाले गांव के स्वप्निल पाटिल।

30 साल के स्वप्निल दाएं हाथ के बल्लेबाज हैं और यूएई की टीम में बतौर विकेटकीपर-बल्लेबाज़ शामिल हैं। स्वप्निल 2005 में मुंबई की अंडर 19 टीम से खेल चुके हैं। वो मुंबई अंडर-14 टीम का हिस्सा रहे, रणजी के संभावितों में भी तीन साल तक स्वप्निल का नाम था, लेकिन वो अंतिम-11 में कभी शामिल नहीं हो सके। उस टीम अंडर-19 टीम में रोहित शर्मा और अजिंक्य रहाणे भी शामिल थे। रणजी टीम में नहीं चुने जाने की वजह से स्वप्निल निराश थे, तभी किस्मत ने उनके लिए एक और दरवाज़ा खोल दिया।

स्वप्निल के पिता प्रकाश पाटिल ने बताया कि ‘‘2006 में दुबई के योगी ग्रुप को घरेलू क्रिकेट के लिए अच्छे विकेटकीपर बल्लेबाज़ की ज़रूरत थी, उन्होंने मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन से संपर्क किया और कुछ खिलाड़ियों के वीडियो फुटेज मंगवाए, जिसमें उन्होंने स्वप्निल को चुना... सिर्फ 8 दिनों में ही उसे दुबई बुला लिया... और 4 साल की मेहनत के बाद यूएई की राष्ट्रीय टीम में उसका चयन हुआ।

वर्ल्डकप 2015 में जिम्बाब्वे के खिलाफ मैच में स्वप्निल ने 32 रन बनाए थे, लेकिन दूसरे मैच में उनका बल्ला ज्यादा नहीं चला। अब मुकाबला भारत के ख़िलाफ है। परिवार के लिए भारत बनाम यूएई का मुकाबला थोड़ा पसोपेश वाला है, स्वप्निल के पिता प्रकाश पाटिल ने एनडीटीवी से कहा "जिस मैच में मेरा बेटा खेलता है मैं उसकी टीम का समर्थन करता हूं, भारत के साथ मैच में भी मैं यूएई का समर्थन करूंगा, लेकिन चाहता हूं कि वर्ल्डकप टीम इंडिया ही जीते। जबकि एक निजी एयरलाइन कंपनी में काम करने वाली उनकी पत्नी मनाली का कहना है "भारत के ख़िलाफ स्वप्निल सैंकड़ा जड़े, मैन ऑफ द मैच बनें... लेकिन मैच टीम इंडिया ही जीते।"

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अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में स्वप्निल ने जुलाई 2010 में आईसीसी इंटरकांटिनेंटल कप में बरमूडा के खिलाफ अपना पहला मैच खेला था। पिछले साल बांग्लादेश में हुए टी-20 विश्वकप में यूएई की ओर से स्वप्निल नीदरलैंड, आयरलैंड और जिंबाब्वे के खिलाफ खेल चुके हैं। मुंबई की रणजी टीम में तो वो जगह नहीं बना पाए लेकिन वसई में स्वप्निल लोकल हीरो बन चुके हैं।