चेन्नई सुपरकिंग्स को भुला नहीं सकता पर पुणे के लिए जी-जान लगा दूंगा : महेंद्र सिंह धोनी

चेन्नई सुपरकिंग्स को भुला नहीं सकता पर पुणे के लिए जी-जान लगा दूंगा : महेंद्र सिंह धोनी

पुणे टीम की जर्सी लॉन्च किए जाने के मौके पर धोनी (दाएं)

नई दिल्ली:

इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के पहले आठ सत्र में चेन्नई सुपरकिंग्स की कमान संभालने के बाद आईपीएल के नौवें सत्र में राइजिंग पुणे सुपरजाइंट्स की कप्तानी करने वाले महेंद्र सिंह धोनी ने कहा कि भावनात्मक रूप से सीएसके को भुलाना आसान नहीं होगा। हालांकि धोनी ने कहा कि पेशेवर रूप से वह अपनी नई टीम के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने को तैयार हैं।

आईपीएल के 2013 सत्र में सट्टेबाजी से जुड़े आरोप लगने के बाद चेन्नई सुपरकिंग्स और राजस्थान रॉयल्स को दो साल के लिए निलंबित किया गया, जिसके बाद अगले दो सत्र में दो नई टीम राइजिंग पुणे सुपरजाइंट्स और गुजरात लॉयन्स चुनौती पेश करेंगी।

भारत की सीमित ओवरों की टीम के कप्तान धोनी से जब चेन्नई सुपरकिंग्स से जुड़ाव के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा, 'आठ साल किसी टीम के साथ खेलने के बाद अगर मैं यह कहूंगा कि मेरा उनसे कोई लेना-देना नहीं है, तो यह गलत होगा। यह आसान नहीं है मगर भावनात्मक जुड़ाव है, लेकिन पेशेवर तौर पर मैं अगले दो साल पुणे की टीम के साथ हूं। मैं मैदान पर शत-प्रतिशत देने की कोशिश करूंगा और टीम के मालिक ने जो विश्वास जताया है, हम अपने प्रदर्शन से उसे सही साबित करने की कोशिश करेंगे।'

धोनी ने यहां टीम के मालिक संजीव गोयनका के साथ आधिकारिक टीम जर्सी लॉन्च होने के बाद संवाददाताओं से कहा, मैं पुणे टीम के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हूं। कुछ चिंताएं हैं, लेकिन हमें आईपीएल के अगले सत्र में अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद है। आईपीएल से पहले हमें एशिया कप और वर्ल्ड टी-20 में खेलना है और उम्मीद करते हैं कि हम अच्छा प्रदर्शन करेंगे।

'पुराने साथियों की कमी खलेगी'
चेन्नई सुपरकिंग्स के पुराने साथियों की कमी खलने पर धोनी ने कहा कि सीएसके शानदार टीम थी और उसके खिलाड़ी लगातार अच्छा प्रदर्शन करने में सफल रहे। धोनी ने कहा, बेशक खिलाड़ियों की कमी खलेगी। हमने आठ साल में वह टीम बनाई थी, जो शानदार थी। हमने हर साल एक या दो बदलाव किए, लेकिन मुख्य खिलाड़ियों में कोई बदलाव नहीं हुआ। आप देख सकते हैं कि सीएसके खिलाड़ियों को कुल मिलाकर नीलामी में कितना अच्छा पैसा मिला। यह दर्शाता है कि टीम कितनी विशेष थी। उन्होंने कहा, यह ब्लैक बोर्ड नहीं है कि आपने लिखा हुआ मिटाया और आगे बढ़ गए। मैं पुणे के लिए अपना शत-प्रतिशत देने की कोशिश करूंगा। प्रतिबद्धता उसी तरह की होगी। मैं भारत के लिए खेलूं या राज्य की टीम के लिए या फ्रेंचाइजी के लिए 200 प्रतिशत देने की कोशिश करता हूं।

सीएसके के निलंबन के संदर्भ में धोनी ने कहा, ये होता तो अच्छा होता, इस बारे में मैं ज्यादा नहीं सोचता। मैं वर्तमान में जीता हूं। इसका क्या हल निकालना है और क्या नहीं होना चाहिए था यह सोचना मेरा काम नहीं है। आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग और सट्टेबाजी के संदर्भ में न्यायमूर्ति आरएम लोढा समिति द्वारा सुझाई गई प्रशासनिक सुधार की सिफारिशों के बारे में जब धोनी से पूछा गया, तो उन्होंने कहा, लोढा आयोग ने रिपोर्ट मुझे नहीं दी है। आप इस बारे में बीसीसीआई से पूछिये।

'फ्लेमिंग के होने से काम आसान होगा'
धोनी ने कहा कि आईपीएल के आगामी टूर्नामेंट में उनकी टीम को आकलन करने के लिए कुछ मैचों की जरूरत पड़ेगी, जिसके बाद ही अंतिम एकादश के स्थायी खिलाड़ी तय किए जा सकेंगे। उन्होंने हालांकि कहा कि सीएसके के कोच रहे स्टीफन फ्लेमिंग के पुणे के कोच के रूप में जुड़ने से मदद मिलेगी।

उन्होंने कहा, फ्लेमिंग के होने से काम थोड़ा आसान हो जाएगा। वह सात साल तक सीएसके में मेरे साथ रहे। वह मेरी तरह की धैर्य से काम करते हैं और पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं। पुरानी छह टीमें स्थापित हैं और उन्होंने नीलामी में अपनी जरूरत के अनुसार कुछ खिलाड़ियों को खरीदा है, लेकिन उनके मुख्य खिलाड़ी पहले से उनके साथ जुड़े हैं, जिससे वे शुरुआत में बेहतर स्थिति में होंगी।

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धोनी ने कहा, दोनों नई टीमों ने ड्राफ्ट में से पांच-पांच खिलाड़ियों को चुना। बाकी दो टीमों को अब अपने खिलाड़ियों के बीच सामंजस्य बैठाना होगा। कौन से खिलाड़ी कौन सी भूमिका निभाएंगे इसे देखना होगा। हो सकता है अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में दूसरे या तीसरे नंबर पर खेलने वाले को पांचवें नंबर पर खेलना पड़े। हमें कुछ मैचों के बाद इसका आकलन करना होगा और देखना होगा कि किन क्षेत्रों में समस्या है और उसके अनुसार बदलाव करना होगा।