यह ख़बर 23 फ़रवरी, 2013 को प्रकाशित हुई थी

चेन्नई टेस्ट : लय में लौटे सचिन, बने भारत की दीवार

खास बातें

  • बीते काफी समय से सचिन अपने रंग में नहीं दिख रहे थे और आलोचक उनकी आलोचना का कोई मौका नहीं गंवा रहे थे। लेकिन, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जारी पहले टेस्ट मैच के दूसरे दिन जैसे ही मास्टर ब्लास्टर मैदान पर उतरे तो उनके पहले ही शॉट ने उनके इरादों को जाहिर कर दिया।
चेन्नई:

बीते काफी समय से सचिन तेंदुलकर अपने रंग में नहीं दिख रहे थे और आलोचक उनकी आलोचना का कोई मौका नहीं गंवा रहे थे। कभी उन्हें संन्यास की सलाह दी जाती थी, तो कभी बल्लेबाजी को लेकर नसीहत, लेकिन स्थानीय एमए चिदम्बरम स्टेडियम में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जारी पहले टेस्ट मैच के दूसरे दिन शनिवार को जैसे ही मास्टर ब्लास्टर मैदान पर उतरे तो उनके पहले ही शॉट ने उनके इरादों को जाहिर कर दिया।

उनका खेल देखकर बिल्कुल भी ऐसा नहीं लग रहा था कि वे किसी ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज से खौफजदा हैं। दोनों सलामी बल्लेबाज वीरेन्द्र सहवाग और मुरली विजय के आउट होने के बाद चेतेश्वर पुजारा और सचिन ने जिस तरह का खेल दिखाया वह काबिलेतारीफ है। पुजारा ने सचिन का बखूबी साथ निभाया और सचिन एक छोर पर दीवार की भांति डटे रहे। खेल की समाप्ति तक वह 71 और विराट कोहली 50 रनों पर नाबाद लौटे।

खेल की समाप्ति तक भारत ने तीन विकेट के नुकसान पर 182 रन बना लिए हैं। भारतीय टीम को ऑस्ट्रेलिया के पहली पारी के कुल योग की बराबरी करने के लिए अब भी 198 रनों की जरूरत है।

सहवाग और विजय की सलामी जोड़ी भारतीय पारी को अच्छी शुरुआत नहीं दे सकी और दोनों सस्ते में पवेलियन लौट गए। भारत को 11 रनों के कुल योग पर मुरली विजय के रूप में पहला झटका लगा। वह 10 रन बनाकर जेम्स पैटिनसन की गेंद पर बोल्ड हो गए। कुल योग में अभी एक ही रन जुड़ा था कि पैटिनसन ने सहवाग को भी बोल्ड कर दिया। उन्होंने दो रनों का योगदान दिया।

इसके बाद बल्लेबाजी करने आए पुजारा और सचिन ने टीम के लिए 93 रनों की महत्वपूर्ण साझेदारी की। दोनों ने टीम को शुरुआती झटकों से उबारते हुए दबाव से बाहर निकाला। चायकाल तक भारतीय टीम का कुल योग दो विकेट पर 84 रन था।

चायकाल से वापस लौटने के बाद पैटिनसन ने पुजारा के रूप में भारतीय टीम का तीसरा विकेट चटका दिया। उनके आउट होने के बाद ऐसा लग रहा था कि दिन के खेल की समाप्ति तक ऑस्ट्रेलियाई टीम भारत के कुछ और विकेट चटकाने में सफल हो जाएगी, लेकिन कोहली ने विरोधी टीम के मंसूबों पर पानी फेर दिया। सचिन और कोहली के बीच अब तक 77 रनों की साझेदारी हो चुकी है।

सचिन ने अपनी पारी में अब तक 128 गेंद खेलकर छह चौके लगाए हैं, जबकि विराट कोहली के अर्द्धशतक में सात चौके शामिल हैं। ऑस्ट्रेलिया के लिए तीनों सफलता हासिल करने वाले तेज गेंदबाज पैटिनसन के अलावा कोई भी अन्य गेंदबाज प्रभावी प्रदर्शन नहीं कर सका।

इससे पहले, कप्तान माइकल क्लार्क (130) की शानदार पारी की बदौलत ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम अपनी पहली पारी में 380 रन बनाने में सफल रही।

कल के नाबाद लौटे बल्लेबाज माइकल क्लार्क (103) और पीटर सिडल (1) ने आज दिन के खेल की शुरुआत की। दोनों बल्लेबाजों ने भारतीय गेंदबाजी का डटकर सामना करना शुरू किया, लेकिन 361 के कुल योग पर क्लार्क स्पिन गेंदबाज रवीन्द्र जडेजा की गेंद पर भुवनेश्वर कुमार को कैच दे बैठे।

इसके कुछ देर बाद सिडल भी 19 रन बनाकर हरभजन सिंह की गेंद पर कैच आउट हो गए। नाथन लयोन के रूप में ऑस्ट्रेलिया का आखिरी विकेट गिरा। वह तीन रन बनाकर अश्विन का सातवां शिकार बने। पैटिनसन 15 रनों पर नाबाद लौटे।

भारत की ओर से रविचंद्रन अश्विन ने 103 रन देकर सात विकेट झटके, जबकि जडेजा को दो और हरभजन सिंह को एक सफलता मिली।

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उल्लेखनीय है कि ऑस्ट्रेलिया ने पहले दिन के खेल की समाप्ति तक सात विकेट के नुकसान पर 316 रन बनाए थे। एड कोवान (29), डेविड वार्नर (59), फिलिप ह्यूज (6), शेन वाटसन (28), मैथ्यू वेड (12), मोएसिस हेनरिक्स (68), मिशेल स्टार्स तीन रन बनाकर आउट हुए थे।