खास बातें
- ऑस्ट्रेलियाई कप्तान माइकल क्लार्क ने भारत के साथ सिडनी क्रिकेट मैदान पर जारी दूसरे टेस्ट मैच के तीसर दिन गुरुवार को 329 रनों की नाबाद पारी खेली।
सिडनी: ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम के कप्तान माइकल क्लार्क ने भारत के साथ सिडनी क्रिकेट मैदान पर जारी दूसरे टेस्ट मैच के तीसर दिन गुरुवार को 329 रनों की नाबाद पारी खेली। यह टेस्ट इतिहास की 14वीं सबसे बड़ी पारी है।
टेस्ट इतिहास की सबसे बड़ी पारी का रिकार्ड वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान ब्रायन लारा के नाम है। लारा ने 2004 में सेंट जोंस में इंग्लैंड के खिलाफ 400 रनों की नाबाद पारी खेलकर एक मील का पत्थर स्थापित किया था।
मैथ्यू हेडन के नाम विश्व की दूसरी सबसे बड़ी और ऑस्ट्रेलिया की ओर से सबसे बड़ी टेस्ट पारी दर्ज है। हेडन ने 2003 में पर्थ में जिम्बाब्वे के खिलाफ 380 रन बनाए थे।
क्लार्क ने ऑस्ट्रेलिया की ओर से सातवं तिहरा शतक जड़ा। इसमें सर डोनाल्ड ब्रैडमैन के नाम दो, हेडन, क्लार्क, मार्क टेलर, आरएम कूपर और बॉबी सिम्पसन शामिल हैं। ब्रैडमैन और टेलर ने 334 रनों की पारियां खेली थीं। अपनी इस पारी के साथ क्लार्क सिडनी क्रिकेट मैदान पर सर्वाधिक बड़ी व्यक्तिगत पारी खेलने वाले खिलाड़ी बन गए हैं। क्लार्क ने इस मैदान पर 109 साल पहले इंग्लैंड के रेगिनाल्ड फोस्टर द्वारा खेली गई 287 रनों की पारी को पीछे छोड़ा। क्लार्क ने इशांत शर्मा की गेंद पर चौका लगाकर यह रिकार्ड अपने नाम किया।
30 वर्षीय क्लार्क ने अपने करियर का पहला तिहरा शतक पूरा करते हुए 468 गेंदों का सामना कर 39 चौके और एक छक्का लगाया। वह 300 या उससे अधिक रनों की पारी खेलने वाले विश्व के 25वें और आस्ट्रेलिया के छठे खिलाड़ी बने। क्लार्क की यह पारी टेस्ट इतिहास की 14वीं सबसे बड़ी पारी है। फोस्टर ने 11 दिसम्बर, 1903 को इस मैदान पर खेले गए टेस्ट इतिहास के 78वें मुकाबले में 419 गेंदों का सामना करते हुए 37 चौकों की मदद से 287 रन बनाए थे। उनकी इस पारी की बदौलत इंग्लैंड ने ऑस्ट्रेलिया को पांच विकेट से हराया था।