यह ख़बर 13 सितंबर, 2012 को प्रकाशित हुई थी

नहीं बिक पाई आईपीएल की ‎हैदराबाद टीम डेक्कन चार्जर्स

खास बातें

  • डेक्कन चार्जर्स के मालिक डेक्कन क्रॉनिकल होल्डिंग्स को पीवीपी वेंचर कैपिटल्स से जो बोली मिली थी, उसे टीम मालिकों ने कीमत और भुगतान की शर्तें पसंद न आने की वजह से खारिज कर दिया।
नई दिल्ली:

डेक्कन चार्जर्स के मौजूदा मालिकों ने टीम खरीदने के लिए बोली लगाने वाली एकमात्र कंपनी पीवीपी की बोली को खारिज कर दिया। अब 15 तारीख को बीसीसीआई की बैठक में डेक्कन चार्जर्स पर अंतिम फैसला होगा।

डेक्कन चार्जर्स के मालिक डेक्कन क्रॉनिकल होल्डिंग्स को पीवीपी वेंचर कैपिटल्स से जो बोली मिली थी, उसे टीम मालिकों ने कीमत और भुगतान की शर्तें पसंद न आने की वजह से खारिज कर दिया। अब 15 सितंबर को होने वाली बीसीसीआई कार्यसमिति की बैठक में डेक्कन चार्जर्स के भविष्य पर फैसला लिया जाएगा।

बीसीसीआई अध्यक्ष एन श्रीनिवासन ने पत्रकारों से कहा, कीमत और भुगतान की शर्तें डेक्कन चार्जर्स को मंजूर नहीं थीं। बीसीसीआई ने डेक्कन चार्जर्स की मदद की और हमने अर्हता के मानदंडों पर भी गौर किया। उन्होंने कहा, हमें लगा कि यह हमें स्वीकार्य है। उसके बाद मामला डेक्कन चार्जर्स और बोली लगाने वाले के बीच का था, बोर्ड उसमें शामिल नहीं था। चार्जर्स ने हमें बताया कि कीमत और शर्तें उन्हें स्वीकार्य नहीं हैं।

यह पूछने पर कि क्या नया टेंडर जारी किया जाएगा, श्रीनिवासन ने कहा, यह डेक्कन चार्जर्स से पूछना होगा, क्योंकि उन्हें ही तय करना है। बीसीसीआई ने कुछ बातों पर फ्रेंचाइजी से स्पष्टीकरण मांगा है। हमने उन्हें समय दिया है, लेकिन यह बोर्ड और चार्जर्स के बीच की बात है।

इस टीम के संभावित खरीदारों की सूची में वीडियोकॉन कंपनी का नाम सामने आया था, लेकिन कहा गया कि इस टीम को खरीदने में बॉलीवुड के सुपर स्टार सलमान खान भी दिलचस्पी दिखा रहे हैं।

अगर यह टीम सलमान खान के नाम हो जाती, तो शाहरुख खान और सलमान खान की टक्कर मैदान पर भी दिखाई देती। गौरतलब है कि शाहरुख खान आईपीएल की कोलकाता नाइटराइडर्स टीम के मालिक हैं।

आईपीएल संविधान के तहत बोली की रकम का पांच प्रतिशत हिस्सा बीसीसीआई को जाता है। बोली जमा करने की आखिरी तारीख 13 सितंबर यानी आज दोपहर बारह बजे तक थी।

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com

नए खरीदार को आईपीएल के पांचवें सत्र से डेक्कन चार्जर्स के खिलाड़ियों की तनख्वाह चुकानी पड़ सकती है। इससे बैंकों के उस समूह को भी तगादे में मदद मिलेगा, जिसने डीएसएचएल को भारी रकम ऋण पर दी है, क्योंकि टीम का नाम डेक्कन चार्जर्स ही रहेगा।