यह ख़बर 11 जून, 2013 को प्रकाशित हुई थी

धोनी को प्रबंधन कंपनी से खुद को अलग करना चाहिए : सावंत

खास बातें

  • महेंद्र सिंह धोनी के हितों में टकराव की स्थिति बीसीसीआई को रास नहीं आई है और इसके नए कोषाध्यक्ष रवि सावंत ने कहा कि भारतीय क्रिकेट कप्तान को तुरंत खुद को कंपनी से अलग कर लेना चाहिए।
नई दिल्ली:

महेंद्र सिंह धोनी के हितों में टकराव की स्थिति बीसीसीआई को रास नहीं आई है और इसके नए कोषाध्यक्ष रवि सावंत ने कहा कि भारतीय क्रिकेट कप्तान को तुरंत खुद को कंपनी से अलग कर लेना चाहिए।

सावंत ने कहा कि अगर यह पहले उनके अनुबंध का हिस्सा नहीं था तो धोनी को हितों में टकराव के लिए नोटिस जारी किया जाना चाहिए।

धोनी उस समय विवादों में घिर गए जब यह खबर सामने आई कि ऋति स्पोर्ट्स में उनका 15 प्रतिशत हिस्सा है जो कंपनी भारतीय कप्तान के अलावा सुरेश रैना, रविंद्र जडेजा और प्रज्ञान ओझा का भी प्रबंधन करती है।

कंपनी ने हालांकि साफ किया कि धोनी सिर्फ अल्प समय के लिए शेयरधारक थे और फिलहाल कंपनी में उनका कोई हिस्सा नहीं है।

सावंत ने एनडीटीवी को दिए बयान में कहा, ‘धोनी जब कप्तान हैं तब उन्हें तुरंत स्वयं को प्रबंधन कंपनी से अलग कर लेना चाहिए। अगर यह पहले उसके अनुबंध का हिस्सा नहीं था तो धोनी को हितों के टकराव के लिए नोटिस जारी किया जाना चाहिए।’ बीसीसीआई ने कहा है कि वे चैम्पियन्स ट्राफी के बाद हितों में टकराव के मुद्दे को देखेंगे।

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com

बीसीसीआई के कार्य समूह के प्रमुख जगमोहन डालमिया ने कल प्रेस कांफ्रेंस में कहा था, ‘मैं चैम्पियन्स ट्राफी के दौरान टीम को परेशान नहीं करना चाहता। इससे कुछ भी हासिल नहीं होगा। हमने इस मुद्दे को ध्यान में रखा है। हम इस पर गौर कर रहे हैं लेकिन हम किसी के पीछे नहीं पड़ने वाले।’