त्रिकोणीय शृंखला : इंग्लैंड से हारकर फाइनल से बाहर हुआ भारत

नई दिल्ली:

मौजूदा वर्ल्ड चैम्पियन भारत की आईसीसी क्रिकेट वर्ल्डकप 2015 की तैयारियों पर सवाल खड़े हो गए हैं, क्योंकि वर्ल्डकप से पहले खेले आखिरी टूर्नामेंट में वह एक भी मैच नहीं जीत पाए। शुक्रवार को कार्लटन मिड वन-डे ट्राई-सीरीज़ में इंग्लैंड ने टीम इंडिया को तीन विकेट से हराकर बाहर का रास्ता दिखा दिया, और अब फाइनल में इंग्लैंड का मुकाबला ऑस्ट्रेलिया से होगा।

टॉस जीतकर इंग्लैंड ने भारत को बल्लेबाजी के लिए आमंत्रित किया, जिसके बाद शिखर धवन और अजिंक्य रहाणे ने संभलकर शुरुआत की। दोनों ने पहले विकेट के लिए 20 ओवर में 83 रन जोड़े। धवन ने एक बार फिर कदमों का इस्तेमाल किए बगैर शॉट्स लगाने की कोशिश की और 38 रन के निजी स्कोर पर आउट हो गए, और इसके बाद वाका पर 'तू चल मैं आया' का खेल शुरू हो गया।

विराट कोहली नंबर तीन पर आए, लेकिन अच्छी शुरुआत का फायदा नहीं दिला पाए, और सिर्फ आठ रन बना पाए। किसी सीरीज़ में पहली बार वह दहाई का आंकड़ा भी नहीं छू पाए। कोहली के महत्वपूर्ण विकेट के बाद सुरेश रैना को आउट कर मोईन अली ने भारत को दूसरा बड़ा झटका दिया। रैना यहां भी ब्रिस्बेन वाली गलती कर गए, और उनके बल्ले से सिर्फ एक रन निकला।

दबाव बढ़ता जा रहा था। अंबाती रायुडू विकेट के पीछे लपके गए। एक छोर पर रहाणे का संघर्ष जारी था। उन्होने ढीली गेंदों पर कुछ अच्छे शॉट्स लगाए, और सबसे ज़्यादा 73 रन बनाए। इयान बेल ने स्टुअर्ट बिन्नी का शानदार कैच पकड़ा और भारत का मध्यक्रम एक बार फिर लड़खड़ा गया। जेम्स एंडरसन की गेंद नीची रह गई, और कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी एलबीडब्ल्यू करार दिए गए।

इयान बेल ने मैच में दूसरा शानदार कैच लपककर अक्षत पटेल की पारी खत्म की। अंबाती रायुडू 12, कप्तान महेंद्र सिंह धोनी 17, स्टुअर्ट बिन्नी 7, रवींद्र जडेजा 5 और अक्षर पटेल 1 रन बना पाए। मोहित शर्मा और मोहम्मद शामी ने आखिरी विकेट के लिए 35 रनों की साझेदारी कर स्कोर को 200 तक पहुंचाया, लेकिन टीम इंडिया 50 ओवर तक नहीं टिक पाई।

201 रन के छोटे लक्ष्य को रोकना आसान नहीं होता, लेकिन भारतीय गेंदबाज़ों ने शुरुआत अच्छी दिलाई। इयान बेल को 10 रन पर मोहित शर्मा ने आउट किया, और फिर मोईन अली और जो रूट लगातार दो ओवरों में आउट हो गए, जिससे टीम इंडिया की उम्मीदें बढ़ीं। 50 रन बनने से पहले ही इंग्लैंड के चार बल्लेबाज़ पैवेलियन लौट चुके थे, और 65 रन पर आधी टीम पैवेलियन में थी। बिन्नी ने रूट, इयान मॉर्गन और रवि बोपारा को आउट कर लगातार तीन शिकार बनाए, लेकिन जॉस बटलर और जेम्स टेलर ने धीरे-धीरे पारी आगे बढ़ाई। पहले टेलर और फिर बटलर ने अपनी हाफ सेंचुरी पूरी की। मैच पर इंग्लैंड की पकड़ मजबूत होती चली गई। ये दोनों खिलाड़ी टीम को जीत के करीब पहुंचाकर ही आउट हुए।

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आखिरकार इंग्लैंड ने तीन विकेट और 19 गेंदें शेष रहते मैच जीतकर फाइनल में जगह बना ली और भारत को टूर्नामेंट से बाहर का रास्ता दिखा दिया। अब सवाल यह है कि क्या टीम इंडिया वर्ल्डकप खिताब बचा पाएगी...?