टीम इंडिया के निदेशक रवि शास्त्री (फाइल फोटो)
मीरपुर: एशिया कप फाइनल में पहुंचने को लेकर बांग्लादेश खेमा भले ही अति उत्साहित हो, लेकिन भारतीय टीम के निदेशक रवि शास्त्री का मानना है कि उनकी टीम के लिए यह टूर्नामेंट के आम मैचों की तरह होगा।
शास्त्री ने मैच से एक दिन पहले सिर्फ पांच मिनट तक चली प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, भारतीय खिलाड़ी काफी अनुभवी है और उन्हें इसे आम मैच की तरह समझना चाहिए। हर टीम और हर मैच के लिए हमारा रवैया समान होता है। उन्होंने कहा, शुरू ही से हमने हर मैच को नाकआउट मैच समझा है। फाइनल भी अलग नहीं होगा। शास्त्री ने किसी सवाल का तफ्सील से जवाब नहीं दिया, लेकिन कहा कि बांग्लादेश के खिलाफ पहला मैच जीतने का उनकी टीम को फाइनल में फायदा मिलेगा।
उन्होंने कहा, पहला मैच अच्छा था और हमने अच्छी जीत दर्ज की थी। हम आखिरी दस ओवरों तक दबाव में थे, लेकिन उसके बाद हमने वापसी की। हर मैच कठिन है और इसी तरह से आप गेंदबाजी और बल्लेबाजी में संतुलन बनाते हैं। हमने उस मैच में बेहतरीन प्रदर्शन किया।
पाकिस्तान पर भारत के दबदबे को देखते हुए क्या अब एशिया में बड़ा मुकाबला भारत और बांग्लादेश का हो गया है, यह पूछने पर शास्त्री ने कहा, उपमहाद्वीप में सभी टीमें अच्छी है। उतार-चढ़ाव आते रहते हैं। श्रीलंका ने 2014 में टी-20 खिताब जीता। बांग्लादेश भी अच्छा खेल रहा है।
शास्त्री ने कहा, कुछ समय पहले तक पाकिस्तान शीर्ष दो में था और अब भारत है। उपमहाद्वीप की टीमों को आप कमतर नहीं आंक सकते। कई बार आपका ग्राफ ऊपर जाता है, तो कई बार नीचे। फिर आप ऊपर आते हैं। यह सभी टीमों के साथ होता है। उन्होंने पिच को लेकर सवालों को भी ज्यादा तूल नहीं दिया। उन्होंने कहा, पिचें हमारे हाथ में नहीं होती है। मुझसे टूर्नामेंट की शुरुआत से पहले पूछा गया था कि हरियाली पिच होगी, तो मैंने कहा था कि होने दो। हम किसी भी पिच पर खेलने को तैयार हैं।
शेर ए बांग्ला स्टेडियम पर मेजबान दर्शकों के दबाव को लेकर भी वह चिंतित नहीं हैं। उन्होंने कहा, हमें शोर की आदत है। कौन परवाह करता है। इस स्तर पर खेलने के बाद इसकी आदत हो जाती है। आप इसका फायदा भी उठा सकते हैं। आप साबित कर सकते हैं कि आप कितने सक्षम हैं।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)