पांड्या का चमक रहा है सितारा, क्या मोहाली में फिर दिखेगा उनका पावर?

पांड्या का चमक रहा है सितारा, क्या मोहाली में फिर दिखेगा उनका पावर?

हार्दिक पांड्या (फाइल फोटो)

खास बातें

  • हार्दिक पांड्या टीम इंडिया के लिए अहम खिलाड़ी बनते जा रहे हैं
  • गावस्कर के मुताबिक पांड्या तेज़ गेंदबाज़ ऑलराउंडर की कमी को पूरा करते हैं
  • पांड्या अपने इम्तिहान के नतीजों से अब तक सबको प्रभावित करते दिख रहे हैं

मोहाली वनडे से पहले टीम इंडिया के सामने एकाएक कई बड़े सवाल खड़े हो गए हैं. मोहाली में टीम इंडिया जीत पाती है तब उसकी रैंकिंग चौथे से तीसरे नंबर पर पहुंच सकती है. टीम में मैच फ़िनिशर का रोल कौन निभाएगा इसे लेकर भी सवाल बड़े हैं लेकिन हार्दिक पांड्या अब तक टीम के कई बड़े सवालों का जवाब बनते नज़र आये हैं. गुजरात के 23 साल के हार्दिक हिमांशु पांड्या के लिए यह पहली वनडे सीरीज़ है लेकिन पहले दोनों वनडे मैचों में उन्होंने एक बेहद अनुभवी खिलाड़ी का माद्दा दिखाया है. दिल्ली के मैच में जिस वक्त उन्हें फ़िनिशर का रोल अदा करने का मौक़ा मिला. उस वक्त टीम इंडिया के धुरंधर वापस लौट चुके थे और फ़ैन्स भी. टीम इंडिया के मैच में वापसी की उम्मीद खो चुके थे.

लेकिन निचले क्रम के बल्लेबाज़ों के साथ 32 गेंदों पर 36 रन बनाकर उन्होंने टीम मैनेजमेंट का भरोसा हासिल कर लिया. पांड्या 49वें ओवर में आउट हुए. मुक़ाबला 50वें ओवर तक गया और जीत भारत के हाथों से फ़िसल गई. कीवी टीम सिर्फ़ 6 रनों से जीत हासिल कर पाई. पांड्या अपने ही पहले वनडे मुक़ाबले में 3 विकेट हासिल कर मैच के हीरो साबित हुए, तो दूसरे वनडे में 9 ओवरों में 45 रन खर्चे और अपने बल्ले से सबका दिल जीत लिया. अब तक खेले गए 16 फ़र्स्ट क्लास मैचों में उनके नाम 5 अर्द्धशतकीय पारियां हैं. जबकि 16 फ़र्स्ट क्लास मैचों में उन्होंने 3.13 की इकॉनमी के साथ 22 विकेट झटके हैं.

पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर मानते हैं कि पांड्या में पहले से बहुत सुधार आया है और इसलिए उनसे बड़ी उम्मीदें की जा सकती हैं. NDTV से बात करते हुए पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर कहते हैं 'हार्दिक पांड्या एक फॉस्ट बॉलर ऑलराउंडर की कमी को पूरा करते नज़र आते हैं. जब नई कामयाबी मिलती है तो अक्सर खिलाड़ी भटक जाते हैं. ये पांड्या के साथ पिछले साल हो चुके है लेकिन अब वह अच्छी गेंदबाज़ी कर रहे हैं. उनका फ़ोकस नज़र आता है. आईपीएल में वो बड़े छक्के लगाते देखे गए हैं.'

कप्तान धोनी सीरीज़ की शुरुआत से ही पांड्या को परखने की बात कह चुके हैं. पांड्या अपने इम्तिहान के नतीजों से अब तक सबको प्रभावित करते दिख रहे हैं. एमएस धोनी ने धर्मशाला वनडे के बाद कहा था 'चैंपियंस ट्रॉफ़ी से पहले हमारे पास 8 गेम हैं. इसलिए हम देखना चाहेंगे कि वो अलग-अलग हालात में कैसा प्रदर्शन करते हैं. अगर वह अच्छा प्रदर्शन करते रहे तो कोई वजह नहीं होगी कि हम उन्हें टीम के पहले तीन गेंदबाज़ों के रूप में उनका चुनाव नहीं करें.' छोटे फॉर्मेट के गेम में पांड्या अपना दम दिखाते रहे हैं.  

सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफ़ी (2015-16 की घरेलू टी20 ) में पांड्या ने 10 मैचों में सबसे ज़्यादा 377 रन बनाए और 10 विकेट झटके जो साबित करता है कि उनमें तेज़ गेंदवाज़ ऑलराउंडर बनने का पूरा दम है. पांड्या मोहाली की पिच का फ़ायदा उठा कर एक बार फिर टीम मैनेजमेंट की नज़रों में अपना कद बढ़ा सकते हैं. पांड्या की कामयाबी का सफ़र शुरू हो चुका है. कई जानकार उन्हें टीम इंडिया का एक उभरता सितारा मान रहे हैं.


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