युवराज सिंह और हेजल कीच की शादी पिछले महीने यानी 30 नवंबर 2016 को चंडीगढ़ में हुई थी...
खास बातें
- कटक वनडे में युवराज सिंह ने खेली थी 150 रन की पारी
- युवराज सिंह ने कैंसर की बीमारी के बाद लगाया पहला शतक
- महेंद्र सिंह धोनी के साथ चौथे विकेट के लिए रिकॉर्ड 256 रन जोड़े
नई दिल्ली: भले ही आप क्रिकेट फैन न हों लेकिन कटक वनडे में 150 रन की पारी खेलने वाले क्रिकेटर युवराज सिंह का नाम सबकी जुबान पर है. युवी ने 2011 के बाद यानी 6 साल बाद शतक लगाया. इतना ही नहीं महेंद्र सिंह धोनी के साथ चौथे विकेट के लिए रिकॉर्ड 256 रनों की साझेदारी की. युवराज सिंह और महेंद्र सिंह धोनी की शतकीय पारियों की बदौलत भारत ने 381 रन का विशाल लक्ष्य इंग्लैंड के सामने रखा. जवाब में इंग्लैंड की पूरी टीम 366 रन पर ऑल आउट हो गई और भारत ने तीन मैचों की सीरीज में 2-0 की अजेय बढ़त ले ली. युवराज सिंह की निश्चित रूप से सभी ने प्रशंसा की लेकिन इस 35 वर्षीय क्रिकेट स्टार की वाइफ ने भी सोशल मीडिया पर कई लोगों का दिल जीत लिया है.
हेजल कीच ने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट शेयर करते हुए लिखा कि उनका मध्य नाम "विस्फोटक" होना चाहिए. इसे स्पष्ट करते हुए उन्होंने आगे लिखा, "127 गेंदों में 150 रन, मैन ऑफ़ द मैच, इंडिया ने 2-0 से ली अजेय बढ़त. इसी बीच हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि उन्होंने कैंसर से लड़ाई जीतने, कीमियोथेरेपी के बाद हेल्थ और फिटनेस वापस पाने के लिए अथक प्रयास किया है और अंतत: वनडे टीम में जगह बनाने में कामयाब रहे. " पति के बारे में हेजल की ओर से यह भावुक पोस्ट शेयर किए जाने के बाद लोगों ने इसे हाथों हाथ लिया और अब तक 22,261 से अधिक लाइक्स और दो से अधिक कमेंट मिल चुके हैं.
एक यूजर ने हेजल की पोस्ट पर कमेंट करते हुए लिखा, "किसी सामान्य आदमी के लिए यह करना संभव नहीं था...लेकिन युवराज ने इसे संभव कर दिखाया. यह सुपर शो था."
वॉलीवुड सहित कई नामचीन हस्तियों ने भी युवराज सिंह की पारी की सराहना की है. बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन, मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर, वीरेंद्र सहवाग, सौरव गांगुली, हरिभजन सिंह और रीतेश देशमुख सहित कई लोगों ने युवी और धोनी से जुड़े ट्वीट किए.
महानायक अमिताभ बच्चन ने लिखा, " भारत ने इंग्लैंड को बुरी तरह हराया...!! युवराज, आप असाधारण चैम्पियन की तरह खेले.'
सन्यास के बारे में सोचने लगे थे युवराज...
इंग्लैंड के खिलाफ कैरियर बेस्ट पारी खेलने के बाद युवराज सिंह ने कहा, ‘एक समय ऐसा भी था जब मुझे लगने लगा था कि मुझे खेलते रहना चाहिए या नहीं. हालांकि कई लोगों ने इस सफर में मेरी मदद की. मेरा हौसला बनाए रखा. फिर मेरा सिद्धांत तो कभी हार नहीं मानने का रहा है. मैं कभी हार नहीं मानता. मैं मेहनत करता रहा और मुझे पता था एक दिन समय बदलेगा.’