INDvsNZ टेस्ट : मुश्किल विकेट पर रोहित शर्मा की दमदार पारी से टीम इंडिया ने ली 339 की बढ़त

INDvsNZ टेस्ट : मुश्किल विकेट पर रोहित शर्मा की दमदार पारी से टीम इंडिया ने ली 339 की बढ़त

दूसरी पारी में भारत की खराब स्थिति को रोहित शर्मा और कोहली ने संभाला (फाइल फोटो)

खास बातें

  • न्यूजीलैंड टीम पहली पारी में 204 रन पर ही सिमट गई
  • टीम इंडिया को पहली पारी में मिली थी 112 रन की बढ़त
  • दूसरी पारी में भारत के 43 रन पर ही गिर गए थे 4 विकेट
कोलकाता:

भारत और न्यूजीलैंड के बीच 3 टेस्ट मैचों की सीरीज के तहत दूसरा मैच कोलकाता के ईडन गार्ड्न्स में खेला जा रहा है. तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक टीम इंडिया ने दूसरी पारी में 8 विकेट के नुकसान पर 227 रन बना लिए. ऋद्धिमान साहा (39) और भुवनेश्वर कुमार (8) नाबाद लौटे. टीम इंडिया की कुल बढ़त 339 रन हो गई है. भारत की ओर से रोहित शर्मा ने अनियमित उछाल वाले विकेट पर सबसे अधिक 82 रनों (9 चौके, 2 छक्के) की संकटमोचक पारी खेली. इस पारी से उन्होंने टेस्ट में उनकी काबिलियत पर सवाल उठाने वालों को करारा जवाब दिया. न्यूजीलैंड की ओर से मैट हेनरी ने 3, तो ट्रेंट बोल्ट और मिचेल सैंटनर ने 2-2 विकेट लिए हैं.

(भारत का विकेट पतन- 12/1-मुरली विजय, 24/1- पुजारा, 34/3- धवन, 43/4- रहाणे, 91/5- कोहली, 106/6- अश्विन, 209/7-रोहित, 215/8- जडेजा)

रोहित-साहा की जुगलबंदी
43 रन पर 4 विकेट खोकर संकट में दिख रही टीम इंडिया को उबारने का काम सबसे पहले रोहित शर्मा और विराट कोहली ने पांचवें विकेट के लिए 48 रन की साझेदारी करके किया, फिर रोहित शर्मा ने विकेटकीपर बल्लेबाज ऋद्धिमान साहा के साथ सातवें विकेट के लिए इसे आगे बढ़ाया. दोनों ने न केवल शतकीय साझेदारी (103 रन) की, बल्कि टीम की बढ़त को 321 तक पहुंचा दिया. अनियमित उछाल वाले विकेट पर रोहित ने साहस और धैर्य का शानदार प्रदर्शन किया और 89 गेंदों में फिफ्टी ठोकी. उन्होंने न केवल संभलकर खेल दिखाया, बल्कि कमजोर गेंदों को खूबसूरती से बाउंड्री के बाहर भी भेजा. हालांकि कीवी टीम को उनके खिलाफ कुछ करीबी मौके भी मिले, लेकिन कई को अंपायरों ने नकार दिया, तो फील्डिंग के दौरान भी वह विकेट को हिट नहीं कर पाई. अंत में 82 के निजी स्कोर पर कीवी टीम को रोहित शर्मा को आउट करने में सफलता मिली. उन्हें मिचेल सैंटनर ने ल्यूक रॉन्ची से कैच कराकर अपना दूसरा शिकार बनाया. रोहित के बाद आठवां विकेट रवींद्र जडेजा (6) के रूप में मिचेल सैंटनर की गेंद पर गिरा.
 

विकेटकीपर ऋद्धिमान साहा ने रोहित का बखूबी साथ दिया (फाइल फोटो)

एक के बाद एक लौटे दिग्गज
भारत को पहला झटका मुरली विजय के रूप में लगा, जिन्हें 7 के निजी स्कोर पर मैट हेनरी ने मार्टिन गप्टिल को कैच कराया. विजय ने कानपुर की दोनों पारियों में फिफ्टी लगाई थी, लेकिन ईडन में उनका बल्ला नहीं चला. हेनरी ने ही फ्लू से पीड़ित चेतेश्वर पुजारा (4) को आउट कर दूसरा झटका दिया. पुजारा ने पहली पारी में 87 रन की शानदार पारी खेली थी. तीसरे विकेट के रूप में शिखर धवन लौटे, उन्हें 17 रन पर ट्रेंट बोल्ट ने वापस भेजा. इसके बाद पहली पारी के दूसरे दिग्गज अजिंक्य रहाणे भी चलते बने. उन्हें एक रन पर हेनरी ने लौटाया. 43 रन पर ही 4 विकेट गंवाकर दबाव में दिख रही टीम को कप्तान विराट कोहली ने रोहित शर्मा के साथ उबारा और 48 रन की साझेदारी की, लेकिन लंबी पारी नहीं खेल पाए और 45 रन पर ट्रेंट वोल्ट की गेंद पर पगबाधा आउट होकर पांचवें विकेट के रूप में पैवेलियन लौट गए. टीम इंडिया को छठा झटका मिचेल सैंटनर ने दिया और आर अश्विन को 5 रन पर वापस भेज दिया.

शिखर धवन का बल्ला फिर रहा खामोश
पहली पारी में महज एक रन पर आउट होने वाले शिखर धवन ने दूसरी पारी में शुरुआत तो अच्छी की, लेकिन 17 रन पर ही विकेट के सामने पैर अड़ा बैठे और पगबाधा हो गए. ऐसे में गंभीर को मौका नहीं दिए जाने पर एक बार फिर ट्विटर पर चर्चा चल पड़ी है और सवाल खड़े हो रहे हैं. यदि धवन की पिछली 5 पारियों पर नजर डालें, तो उन्होंने 84, 27, 1, 26 और 1 रन बनाए हैं.

इससे पहले न्यूजीलैंड की पहली पारी 204 रन पर सिमट गई और भारत को पहली पारी में 112 रन की बढ़त मिली. टीम इंडिया की ओर से भुवनेश्वर कुमार ने 5 विकेट, जबकि मोहम्मद शमी ने 3 विकेट और आर अश्विन, रवींद्र जडेजा ने एक-एक विकेट चटकाया है. अंतिम विकेट नील वागनर (10) का रहा, जिन्हें मोहम्मद शमी ने पैवेलियन भेजा.

पटेल को मिला जीवनदान, नहीं उठा पाए फायदा
कीवी टीम की बल्लेबाजी के दौरान भारत को दिन की पहली सफलता आर अश्विन ने जमकर खेल रहे जीतन पटेल (47) को मिड ऑफ के पास मोहम्मद शमी के हाथों कैच कराकर दिलाई. इससे पहले पटेल को 47 के ही स्कोर पर पारी के 46वें ओवर में उस समय जीवनदान मिला था, जब अंपायर ने उनको आउट दे दिया, लेकिन थर्ड अंपायर ने रीप्ले देखने के बाद रवींद्र जडेजा की डिलिवरी को नोबॉल करार दिया, क्योंकि वह ओवरस्टेप कर गए थे, जो एक स्पिनर के लिए सही नहीं माना जाता. इससे पहले हल्की बारिश के कारण खेल कुछ देर के लिए रोकना पड़ा, लेकिन यह जल्दी ही फिर शुरू हो गया.

तीसरे दिन कीवी के नाबाद बल्लेबाज बीजे वाटलिंग और जीतन पटेल ने स्कोर को 7 विकेट पर 128 रन से आगे बढाया. दूसरे दिन काफी प्रभावी दिखे टीम इंडिया के तेज गेंदबाज भुवी तीसरे दिन की शुरुआत में कीवी टीम को झटके नहीं दे पाए और पटेल ने कुछ आक्रामक शॉट खेले. इसके साथ ही उन्होंने फॉलोऑन की किसी भी संभावना को खत्म कर दिया. पटेल 47 रन बनाकर आठवें विकेट के रूप में आर अश्विन का शिकार बने, जबकि नौवां और अंतिम विकेट (बीजे वाटलिंग और नील वागनर) मोहम्मद शमी के नाम रहा.

दूसरा दिन : भुवनेश्वर के नाम
भुवी के दूसरे दिन छाए रहे. उन्होंने कीवी ओपनर मार्टिन गप्टिल को सस्ते में वापस भेजने के बाद न्यूजीलैंड को एक के बाद एक कुल 5 झटके दिए. भुवी ने 10 ओवर में 33 रन खर्च करके यह सफलता हासिल की. दिन का खेल खत्म होने तक न्यूजीलैंड ने  7 विकेट खोकर 128 रन बनाए. बीजे वाटलिंग (12) और जीतन पटेल (5) नाबाद लौटे. अभी वह भारत से 188 रन पीछे है. कीवी टीम से रॉस टेलर ने सबसे अधिक 36 और ल्यूक रॉन्ची ने 35 रन का योगदान दिया. भुवनेश्वर कुमार ने कीवी टीम के ऊपरी क्रम को तहस-नहस करते हुए तीन अहम विकेट (मार्टिन गप्टिल, रॉस टेलर, हेनरी निकोल्स) लेकर उनकी बल्लेबाजी की कमर तोड़ दी. फिर अंतिम सत्र में 33वें ओवर में लगातार दो विकेट (मिचेल सैंटनर और मैच हेनरी) लेकर हैट्रिक पर आ गए, लेकिन उसमें सफल नहीं हुए. कुल मिलाकर उन्होंने 5 विकेट चटकाए. भुवी ने करियर में चौथी बार यह उपलब्धि हासिल की है.
 
भुवनेश्वर कुमार ने पहली पारी में कीवी टीम के 5 बल्लेबाजों को पैवेलियन की राह दिखाई (फोटो: AFP)

मोहम्मद शमी और रवींद्र जडेजा ने एक-एक विकेट चटकाया. लंच के बाद बारिश के कारण लगभग 2.30 घंटे का खेल नहीं हो पाया. अंत में अंपायरों ने मैदान का निरीक्षण करने के बाद फ्लड लाइट्स में खिलाने का फैसला किया. दूसरे दिन 250वें घरेलू टेस्ट में टीम इंडिया की पहली पारी 316 रन पर सिमट गई. ऋद्धिमान साहा (54) नाबाद लौटे. टीम इंडिया ने पहले दिन के स्कोर 7 विकेट पर 239 से पारी को आगे बढ़ाया, लेकिन केवल 77 रन ही और जोड़ पाई. साहा ने अपने टेस्ट करियर की तीसरी फिफ्टी छक्के के साथ बनाई.

पहला दिन : कीवी गेंदबाज रहे हावी, फेल हुए कोहली-धवन
टीम इंडिया से पहले दिन जमकर खेलने की उम्मीद थी, लेकिन दोनों ओपनर मुरली विजय और शिखर धवन के सस्ते में आउट हो जाने के बाद विराट कोहली (9) भी कुछ नहीं कर सके. हालांकि चेतेश्वर पुजारा (87) और अजिंक्य रहाणे (77) ने शतकीय साझेदारी (141 रन) करके पारी संभालने की कोशिश की ,लेकिन दोनों ही बल्लेबाज शतक के करीब जाकर आउट हो गए. कीवी गेंदबाजों ने लगभग पूरे दिन अच्छी गेंदबाजी की. खासतौर से मैट हेनरी ने शानदार तेज गेंदबाजी का प्रदर्शन किया और तीन विकेट झटके, जबकि जीतन पटेल ने दो विकेट अपने नाम किए. पुजारा-रहाणे को जीवनदान भी मिले, अन्यथा टीम इंडिया की स्थिति और बुरी होती. खराब रोशनी के कारण 4 ओवर पहले खेल खत्म होने तक टीम इंडिया का संघर्ष जारी था.
 
गौतम गंभीर कोहली ने शिखर धवन (1 रन) को तरजीह तो दी, लेकिन उन्होंने फिर निराश किया. धवन की पिछली 5 पारियों पर नजर डालें, तो उन्होंने विंडीज के खिलाफ 21, 84, 27, 1 और 26 रन बनाए हैं. वहीं कप्तान विराट कोहली भी खुद पिछली 5 पारियों से रन नहीं बना पा रहे हैं. उन्होंने जुलाई में नार्थ साउंड में वेस्टइंडीज के खिलाफ 200 रन के बाद कोई बड़ा स्कोर नहीं बनाया है. उन्होंने पिछली 5 पारियों में 43 रन जोड़े हैं जिसमें कोलकाता टेस्ट के पहली पारी के 9 रन भी शामिल हैं. हालांकि इस मैच से पहले ही विराट ने अपने फेल होने पर कहा था कि उन्हें फॉर्म में नहीं होने जैसी कोई समस्या नहीं है और इसे लेकर परेशान भी नहीं हैं.

कोलकाता जीते, तो बनेंगे नंबर वन
इस सीरीज में अगर भारत 1-0 या 2-1 से जीतता है तो उसके 111 अंक हो जाएंगे. इतने ही अंक टेस्ट की शीर्ष टीम पाकिस्तान के हैं, लेकिन दशमलव अंक में वह भारत से आगे है. अगर टीम इंडिया यह सीरीज 2-0 से जीतती है तो उसके 113 अंक हो जाएंगे और वह नंबर एक टीम बन जाएगी. ऐसे में कोलकाता टेस्ट में जीतते ही भारत नंबर वन पर पहुंच जाएगा. अगर भारत शीर्ष स्थान पर पहुंचता है तो ऐसा इस साल में तीसरी बार और कुल चौथी बार होगा. 1-1 से सीरीज ड्रॉ होने पर टीम इंडिया 108 अंकों के साथ चौथे स्थान पर आ जाएगी और न्यूजीलैंड टीम 97 अंकों के साथ पांचवें स्थान पर चली जाएगी.

घरेलू मैदान पर 12 मैच से अपराजेय
टेस्ट रिकॉर्ड के मामले में टीम इंडिया का पलड़ा न्यूजीलैंड से भारी है. दोनों टीमों के बीच अब तक 55 टेस्ट मैच हुए हैं, जिनमें टीम इंडिया ने 19 मैच जीते हैं, वहीं न्यूजीलैंड को 10 मैचों में जीत मिली हैं, जबकि 26 टेस्ट मैच ड्रॉ रहे हैं. न्यूजीलैंड ने आखिरी बार 2012 में भारत दौरा किया था, जिसमें टीम इंडिया ने उसे 2-0 से हराया था. यदि दोनों देशों के बीच आखिरी टेस्ट सीरीज की बात करें, तो टीम इंडिया ने न्यूजीलैंड के साथ आखिरी सीरीज उसी की धरती पर 2013-14 में खेली थी, जिसमें उसे 0-1 से हार का सामना करना पड़ा था. टीम इंडिया ने घरेलू मैदान पर पिछले 12 मैचों में से 10 में जीत दर्ज की है और दो ड्रॉ खेले हैं. उसने इस सफर की शुरुआत दिसंबर 2012 में इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज में 1-2 से हार के बाद की थी.

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