जानिए हरारे में कौन रहा हीरो और हार के लिए कप्तान धोनी कैसे रहे जिम्मेदार...

जानिए हरारे में कौन रहा हीरो और हार के लिए कप्तान धोनी कैसे रहे जिम्मेदार...

नई दिल्ली:

जिम्बाब्वे के हरारे स्पोर्ट्स क्लब मैदान पर एक शानदार क्रिकेट मैच देखने को मिला। जिम्बाब्वे ने पहले टी-20 मैच में टीम इंडिया को दो रन से मात देकर अप्रत्याशित जीत दर्ज की। जिम्बाब्वे टीम की जीतनी तारीफ की जाए, कम है। टॉस हारने के बाद जिम्बाब्वे ने पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 20 ओवर में छह विकेट गंवाकर 170 रन बनाए। 171 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए टीम इंडिया छह विकेट पर 168 रन ही बना पाई।

जिम्बाब्वे के लिए ये खिलाड़ी साबित हुए हीरो
जिम्बाब्वे की जीत के सूत्रधार जो दो खिलाड़ी रहे, वे हैं- एल्टन चिगुम्बुरा और नेविले मादजिवा। 15 ओवर के बाद जिम्बाब्वे की टीम चार विकेट पर सिर्फ 111 रन बना सकी थी और लग रहा था कि टीम 150 रन का आंकड़ा नहीं पार कर पाएगी। लेकिन जिम्बाब्वे ने आखिरी पांच ओवर में शानदार बल्लेबाजी करते हुए 59 रन जोड़े और 170 रन का स्कोर हासिल कर लिया। चिगुम्बुरा ने सिर्फ 26 गेंदों पर 54 रन की पारी खेली, जिसमें एक चौका और सात छक्के शामिल थे। जिम्बाब्वे की ओर से गेंदबाजी में मादजिवा हीरो साबित हुए। उन्होंने चार ओवर में 34 रन देकर एक विकेट हासिल किया।

टीम इंडिया की तरफ से मनीष पांडे रहे सबसे सफल बल्लेबाज
171 रन का लक्ष्य का पीछा करने उतरी टीम इंडिया ने अपनी पारी की पहली ही गेंद पर लोकेश राहुल का विकेट गंवा दिया। दूसरे विकेट के लिए मनदीप सिंह और अम्बाती रायुडू के बीच 44 रन की साझेदारी हुई। रायडू के 19 रन बनाकर आउट हो जाने के बाद मनदीप भी ज्यादा देर तक मैदान पर नहीं टिक सके। वह 31 रन बनाकर पैवेलियन लौटे।
उस समय भारत का स्कोर सिर्फ 53 रन था। चौथे विकेट के लिए केदार जाधव और मनीष पांडे के बीच 37 रन की साझेदारी हुई। जाधव 19 रन बनाकर लौटे। इसके बाद कप्तान महेंद्र सिंह धोनी बल्लेबाजी करने आए, तब भारत का स्कोर 12.2 ओवर में चार विकेट पर 90 रन था।

मनीष पांडे और कप्तान धोनी के बीच 53 रन की शानदार साझेदारी हुई। पांडे टीम इंडिया की ओर से सर्वाधिक 48 बनाकर आउट हुए। उस समय भारत का स्कोर 17.2 ओवर में 143 रन था और जीतने के लिए 16 गेंदों में 28 रन की जरूरत थी। मनीष पांडे के आउट होने के बाद अक्षर पटेल बल्लेबाजी करने आए और तेज खेलते हुए 9 गेंदों में 18 रन बनाए, जिसमे दो छक्के और एक चौक शामिल था।

धोनी हुए विफल, अंतिम ओवर में 8 रन बनाने से चूक गई टीम
भारत को आखिरी ओवर में जीत के लिए 8 रन की जरूरत थी और महेंद्र सिंह स्ट्राइक पर थे। नेविले मादजिवा जिम्बाब्वे के तरफ से गेंदबाज़ी कर रहे थे। उम्मीद की जा रही थी कि धोनी छक्का या चौका लगाते हुए टीम को जीत दिला देंगे, लेकिन पहली गेंद पर धोनी ने सिर्फ एक रन लिया और अक्षर पटेल को स्ट्राइक दे दिया। दूसरी गेंद पर पटेल कैच आउट हो गए, लेकिन क्रॉस हो जाने की वजह से धोनी स्ट्राइक पर आ गए।

कप्तान धोनी ने सबसे बड़ी चूक यह की कि तीसरी गेंद पर एक रन लेते हुए ऋषि धवन को स्ट्राइक दे दिया। धवन चौथी गेंद पर कोई रन नहीं बना पाए। पांचवीं गेंद वाइड रही। अब टीम इंडिया को जीतने के लिए आखिर दो गेंदों में पांच रन की जरूरत थी। अगली गेंद पर धवन ने एक रन लेते हुए धोनी को स्ट्राइक दिया। अंतिम गेंद में जीतने के लिए टीम इंडिया को चार रन की जरूरत थी, लेकिन धोनी सिर्फ एक रन बना पाए और जिम्बाब्वे दो रन से मैच जीत गया। कप्तान धोनी 17 गेंदों का सामना करते हुए सिर्फ 19 रन बना पाए, जिसमें सिर्फ एक चौका शामिल था। धोनी की धीमी पारी की वजह से टीम इंडिया मैच बचाने में नाकाम रही।


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