भारत-पाक सीरीज को लेकर अनिश्चितता के बीच लोगों को अब भी याद हैं ये रोमांचक मुकाबले

भारत-पाक सीरीज को लेकर अनिश्चितता के बीच लोगों को अब भी याद हैं ये रोमांचक मुकाबले

भारत और पाकिस्‍तान के क्रिकेट मैचों के दौरान रोमांच चरम पर होता है (फाइल फोटो)

नई दिल्‍ली:

अब इस बात की कम ही संभावना है कि भारत और पाकिस्तान के बीच इस साल कोई सीरीज खेली जाएगी। हालांकि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के प्रमुख शहरयार खान ने एक पाकिस्तानी टीवी चैनल के साथ बातचीत में कहा कि सीरीज को लेकर उम्मीद अभी पूरी तरह से नहीं टूटी है।

मुंबई पर आतंकी हमले के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट सीरीज़ नहीं खेली गई। भारत और पाकिस्तान ने आठ साल से टेस्ट क्रिकेट नहीं खेला है। 2012-13 में पाकिस्तान की टीम भारत के छोटे से दौरे पर जरूर आई थी। आखिर क्यों होता है सरहद के इस और उस पार के क्रिकेट प्रेमियों को भारत-पाक मुक़ाबले का इतना बेसब्री से इंतज़ार? क्यों और कैसे भारत-पाकिस्तान के बीच सीरीज की लोकप्रियता एशेज को पीछे छोड़ने लगी थी? आपको बताते हैं कुछ दिलचस्प और जबरदस्‍त मुकाबले, जिसने दोनों देशों के बीच सीरीज को खास बना दिया।

9 मार्च 1996: वर्ल्ड कप क्‍वार्टर फाइनल
चिन्नास्वामी स्टेडियम, बैंगलोर

दोनों टीमों के प्रशंसकों के लिए विल्स वर्ल्ड कप क्‍वार्टर फाइनल से कम नहीं था। नवजोत सिंह सिद्धू  ने 115 गेंदों पर 93 रनों की पारी खेली। अजय जडेजा ने 25 गेंदों पर 45 रन ठोके। 4 चौके और 2 छक्के बता रहे हैं कि उस दिन उन्होने कितनी आक्रामक पारी खेली। उन्होने वकार यूनुस की ज़बरदस्त धुनाई की। 287 रनों के लक्ष्य का पीछा सईद अनवर और आमिर सोहेल ने धमाकेदार अंदाज में पारी की शुरुआत की। पहले 10 ओवर में पाकिस्तान ने 84 रन ठोक डाले। माहौल बेहद गर्म हो गया था। 15 वें ओवर में सोहैल ने एक चौका लगाया और वेंकटेश प्रसाद की ओर इशारा कर कहा कि अगली गेंद पर भी वे उसी दिशा में चौका लगाने जा रहे हैं। अगली गेंद पर सोहैल के मंसूबे को प्रसाद ने आउट कर ध्वस्त कर डाला। ये मैच का टर्निंग प्वाइंट साबित हुआ। भारत ने 39 रन से पाकिस्तान को करारी शिकस्त दी।

18 जनवरी 1998 : इंडिपेंडेंस कप फ़ाइनल
नेशनल स्टेडियम, ढाका

पाकिस्तान ने पहले बल्लेबाज़ी की। सईद अनवर और एजाज़ एहमद ने की शतकीय पारियों की बदौलत पाकिस्तान ने 48 ओवरों में भारत के सामने 315 रनों का लक्ष्य रखा। इतने बड़े लक्ष्य का पीछा, इससे पहले किसी टीम ने नहीं किया था। सचिन और सौरव गांगुली ने भारत को ताबड़तोड़ शुरुआत दी। गांगुली ने 124 रन बनाए और रॉबिन सिंह ने 82 रनों की लाजवाब पारी खेली। मैच आखिरी ओवर तक खिंच गया। 6 गेंदों पर जीत के लिए 9 रनों की ज़रूरत थी। ऋषिकेश कानिटकर और जवागल श्रीनाथ पिच पर थे। गेंदबाज़ थे सक्लैन मुश्ताक। पांचवी गेंद पर कानिटकर ने ये जोरदार शॉट्स लगाया। एक शॉट्स ने उन्हें पहचान दिला दी और भारत को 3 रन से जीता।

1 मार्च 2003 : वर्ल्ड कप
सुपर स्पोर्ट्स पार्क, सेंचुरियन

सईद अनवर ने 101 रन ठोक दिए। यूसुफ योहाना, यूनुस खान और राशिद लतीफ ने मिलकर टीम का स्कोर 50 ओवरों में 7 विकेट पर 273 रन तक पहुंचा दिया। लक्ष्य बेहद मुश्किल था। क्योंकि सामने थे वसीम अकरम, वकार यूनुस और शोएब अख्तर। भारत के पास जवाब था सचिन तेंदुलकर। ये छक्का आज भी क्रिकेट के उम्दा शाट्स में गिना जाता है। सचिन ने 75  गेंदों पर 98 रन ठोक डाले। राहुल द्रविड़ और युवराज सिंह ने पांचवें विकेट के लिए 99 रन जोड़कर टीम को ज़बरदस्त जीत दिला दी।

13 मार्च 2004 : भारत बनाम पाकिस्तान
नेशनल स्टेडियम, कराची

कारगिल युद्ध के 14 साल बाद भारत और पाकिस्तान की टीमें कराची में आमने-सामने हुईं। वीरेन्द्र सहवाग ने 57 गेंदों पर 79 रन ठोक डाले। राहुल द्रविड़ ने 104 गेंदों में 99 रन बनाए। पाकिस्तान को जीत के लिए 350 रनों का लक्ष्य मिला। यूसुफ योहाना ने 68 गेंदों पर 73 रन बनाए जबकि कप्तान इंज़माम-उल-हक ने सिर्फ़ 102 गेंदों पर 122 रन बना कर पाकिस्तान को मैच में वापस ला दिया। आखिरी ओवर में पाकिस्तान को जीत के लिए 9 रन बनाने थे। लेकिन नेहरा ने सिर्फ़ 3 रन खर्च किए टीम इंडिया को 5 रन से जीत हासिल हुई।

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com

30 मार्च 2011 :वर्ल्ड कप सेमीफ़ाइनल
पंजाब क्रिकेट स्टेडियम, मोहाली

दोनों देशों के लिए क्रिकेट खेल भी है और कूटनीति का जरिया भी। स्टेडियम में दोनों देशों के प्रधानमंत्री भी यहां मौज़ूद थे। वीरेन्द्र सहवाग ने जहां तेज़ शुरुआत दी, वहीं सचिन तेंदुलकर ने 85 रनों की पारी खेली। लेकिन वहाब रियाज़ की शानदार गेंदबाज़ी के आगे टीम इंडिया के मिडिल ऑर्डर के बल्लेबाज़ों ने घुटने टेक दिए। नतीजा...टीम इंडिया 50 ओवर में सिर्फ़ 260 रन का स्कोर खड़ा कर सकी। ज़हीर ख़ान और मुनाफ़ पटेल ने उम्मीद से बेहतर गेंदबाज़ी की तो आशीष नेहरा बेहद किफ़ायती थे। काफी मशक्कत के बावजूद पाकिस्तान लक्ष्य से 30 रन पीछे रह गया।