यह ख़बर 15 मई, 2013 को प्रकाशित हुई थी

आईपीएल-6 : पठान का अर्द्धशतक बेकार, हार के साथ केकेआर बाहर

खास बातें

  • गत विजेता कोलकाता नाइटराइडर्स की टीम यूसुफ पठान (72 रन) के आक्रामक अर्द्धशतक के बावजूद बुधवार को इंडियन प्रीमियर लीग में पुणे वॉरियर्स से सात रन से हार गई जिससे उसकी टी-20 लीग के अगले दौर में पहुंचने की उम्मीद समाप्त हो गई।
रांची:

गत विजेता कोलकाता नाइटराइडर्स की टीम यूसुफ पठान (72 रन) के आक्रामक अर्द्धशतक के बावजूद बुधवार को इंडियन प्रीमियर लीग में पुणे वॉरियर्स से सात रन से हार गई जिससे उसकी टी-20 लीग के अगले दौर में पहुंचने की उम्मीद समाप्त हो गई।

पठान (44 गेंद में आठ चौके और दो छक्के से 72 रन) क्षेत्ररक्षण में बाधा डालने के लिए आउट हुए जो केकेआर की हार का मुख्य कारण बना।

बल्लेबाजी का न्यौता मिलने के बाद पुणे वॉरियर्स ने मध्यक्रम के बल्लेबाज मनीष पांडे (66) के अर्द्धशतक तथा आरोन फिंच (48) और युवराज सिंह (30) की उपयोगी पारियों से चार विकेट पर 170 रन का सम्मानजनक स्कोर खड़ा किया।

इस लक्ष्य का पीछा करने उतरी कोलकाता नाइटराइडर्स निर्धारित ओवरों में सात विकेट पर 163 रन ही बना सकी।

केकेआर की शुरुआत खराब रही, उसने 29 रन के अंदर गौतम गंभीर (12), मानवेंदर बिस्ला (01) और जाक कैलिस (01) के तीन महत्वपूर्ण विकेट खो दिए।

लेकिन, इसके बाद पठान और रेयान टेन डोएशे (42) ने चौथे विकेट के लिए 11.1 ओवर में 98 रन की शानदार साझेदारी की जिससे जीत की उम्मीद बनी हुई थी। टेन डोएशे (30 गेंद में चार चौके और एक छक्का) इसलिए रन आउट हुए क्योंकि पठान ने दूसरे छोर पर रन के लिए दौड़ने को मना कर दिया था।

केकेआर ने 12.1 ओवर में 100 रन पूरे किए, जिसके बाद पठान ने भी 32 गेंद में पांच चौके और एक छक्के से 50 रन बना लिए थे।

मनोज तिवारी (00) दो ही गेंद खेल पाए थे, उन्हें 17वें ओवर में भुवनेश्वर कुमार ने आउट किया। पठान ने आक्रामकता से खेलना जारी रखा और अगले ओवर की पहली तीन गेंद में दो चौके और एक छक्का जड़ा। लेकिन उन्हें तब अपनी ही गलती का खामियाजा भुगतना पड़ा, जब वह अगली गेंद पर एक रन लेने के प्रयास में दौड़ पड़े।

दूसरे छोर पर देवब्रत दास अपने स्थान पर खड़े रहे। गेंदबाज रन आउट के लिए गेंद उठाने ही वाला था कि उन्होंने भागते-भागते गेंद को पैर से दूर पहुंचा दिया जिसके लिए अंपायर ने उन्हें क्षेत्ररक्षण में बाधा डालने के लिए आउट करार किया। पठान के आउट होने के बाद टीम को 13 गेंद में 23 रन की दरकार थी, अगर वह क्रीज पर होते तो शायद केकेआर इस मैच में जीत से टूर्नामेंट में बनी रह सकती थी। लेकिन ऐसा नहीं हो सका और टीम केवल 15 रन ही बना सकी।

पुणे के लिए वायने पार्नेल ने बिस्ला और कैलिस के विकेट हासिल किये जबकि भुवनेश्वर और ईश्वर पांडे ने एक-एक विकेट प्राप्त किए।

वॉरियर्स ने अच्छी शुरुआत की। उसके लिए सलामी बल्लेबाज रोबिन उथप्पा (21 गेंद में एक चौके और दो छक्के से 25) और फिंच ने पहले विकेट के लिए मिलकर 41 रन जोड़े। उथप्पा ने तीसरे ओवर में लक्ष्मीपति बालाजी की गेंद पर छक्का लगाकर इस आईपीएल में 400 रन पूरे किए। वह श्रीलंकाई गेंदबाज सचित्रा सेनानायके की अंदर आती गेंद पर बोल्ड हुए।

फिंच और ‘मैन ऑफ द मैच’ मनीष पांडे ने शानदार बल्लेबाजी जारी रखते हुए कुछ बेहतरीन शॉट जमाए। इन दोनों ने दूसरे विकेट के लिए 43 गेंद में 56 रन की भागीदारी की। फिंच आउट होने वाले दूसरे बल्लेबाज रहे, वह बालाजी की शॉर्ट गेंद को पुल करने की कोशिश में बोल्ड हुए। फिंच ने अपनी 48 रन की पारी में 32 गेंद का सामना किया, जिसमें दो चौके और तीन छक्के जड़े थे। फिंच के आउट होने के बाद टीम का स्कोर दो विकेट पर 97 रन था।

मनीष एक छोर पर डटे रहे और युवराज ने उनका बखूबी साथ निभाया। टीम ने 87 गेंद में 100 रन पूरे किए।

मनीष ने भी इस दौरान 40 गेंद में पांच चौके और एक छक्के से 50 रन बना लिए। दोनों बल्लेबाजों में युवराज ज्यादा आक्रामकता से बल्लेबाजी कर रहे थे, जिन्होंने 20 गेंद में तीन छक्के की मदद से 30 रन जोड़े।

मनीष और युवराज ने महज 40 गेंद में तीसरे विकेट के लिए 65 रन की भागीदारी निभाई। टीम ने 20वें ओवर में दोनों बल्लेबाजों के विकेट खोए।

मनीष ने 47 गेंद में आठ चौके और एक छक्के से 66 रन बनाए लेकिन वह रन लेने में हुई गफलत का शिकार हुए। अंतिम ओवर में दो चौके लगाने के बाद वह तीसरी गेंद पर आउट हुए। विकेटकीपर बिस्ला और कैलिस ने मिलकर उन्हें रन आउट किया।

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युवराज ने अगली ही गेंद पर लांग आफ में छक्का जमाया लेकिन वह आखिरी गेंद पर पैवेलियन पहुंचे। कैलिस की फुल टॉस गेंद को उठाकर खेलने के प्रयास में रेयान टेन डोएशे को आसान कैच दे बैठे। केकेआर की ओर से बालाजी, सेनानायके और कैलिस ने एक-एक विकेट चटकाया।