आईपीएल 2016 : क्या राहुल द्रविड़ के साथ कमाल दिखा पाएगी दिल्ली डेयरडेविल्स?

आईपीएल 2016 : क्या राहुल द्रविड़ के साथ कमाल दिखा पाएगी दिल्ली डेयरडेविल्स?

राहुल द्रविड़ वर्तमान में अंडर-19 टीम इंडिया के कोच हैं (फाइल फोटो)

आईपीएल टीम दिल्ली डेयरडेविल्स आईपीएल के शुरुआती सीजन से ही लीग का हिस्सा रही है। टीम में हर बार कुछ न कुछ बदलाव होते रहे हैं और एक संतुलित टीम बनाने की कवायद अब भी जारी है।

डेयरडेविल्स टीम ने 2016 में सीजन-9 के लिए टीम इंडिया के पूर्व कप्तान और भारत की अंडर-19 टीम के कोच राहुल द्रविड़ को टीम का मेंटर बनाया है, वहीं टीम इंडिया के मेंटल कंडिशनिंग कोच रह चुके पैडी अप्टन टीम के कोच का पद संभालेंगे। टीम के सपोर्ट स्टॉफ में टीए शेखर के अलावा प्रवीण आमरे और एस श्रीराम जैसे नाम शामिल हैं।

दिल्ली टीम की जिम्मेदारी लेने के बाद द्रविड़ ने कहा, 'मुझे दिल्ली टीम के साथ जुड़ने पर ख़ुशी है। मैं टीए शेखर और पैडी के साथ काम करने को बेताब हूं। मैं टीम के जोश और महत्वाकांक्षा से प्रभावित हुआ हूं और टीम के खिलाड़ियों के साथ काम करने को बेताब हूं। टीम के खिलाड़ियों में सफल होने का जज्बा है।'

द्रविड़ आईपीएल में राजस्थान के लिए खेले, फिर टीम के साथ कोच और मेंटर के रूप में जुड़े रहे। इस दौरान उन्होंने अजिंक्य रहाणे, संजू सैमसन जैसे खिलाड़ियों को तराशा। उनके टीम इंडिया की अंडर-19 टीम का कोच बनने के बाद इस टीम ने तरक्की ही की है। भारतीय अंडर-19 टीम ने वर्ल्ड कप के फ़ाइनल तक का रास्ता तय किया।

दिल्ली ने आईपीएल के पहले सीजन में गौतम गंभीर, वीरेंद्र सहवाग जैसे खिलाड़ियों के साथ सीजन शुरू किया। टीम ने 7 मैच जीते और 7 मैच हारकर सेमीफाइनल तक पहुंची। 2009 सीजन में टीम का प्रदर्शन सुधरा और लीग में टॉप पर रहते हुए एक बार फिर सेमीफाइनल में पहुंची। आने वाली दो सीरीज यानी 2010 और 11 में टीम लीग स्टेज से आगे नहीं बढ़ सकी। 2013 में तो टीम का प्रदर्शन गिरता रहा और टीम में बदलाव होते रहे जो अब भी जारी है। पिछले साल तो टीम अंक तालिका में सातवें नंबर पर रही।

एक नजर टीम के प्रदर्शन पर

साल    प्रदर्शन
2008    सेमीफ़ाइनल
2009    सेमीफ़ाइनल
2010    लीग स्टेज़
2011    लीग स्टेज़
2012    प्लेऑफ़
2013    लीग स्टेज़
2014    लीग स्टेज़
2015    लीग स्टेज़

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पिछले साल टीम ने युवराज सिंह और केविन पीटरसन जैसे खिलाड़ियों को करोड़ों देकर खरीदा, लेकिन वह कोई कमाल नहीं दिखा सके। कोच के तौर पर टीम इंडिया के वर्ल्ड कप विनिंग कोच गैरी कर्स्टन को भी मुंह-मांगी रकम देकर रखा, लेकिन टीम की किस्मत नहीं बदली। ऐसे में क्या अब द्रविड़ और अप्टन के आने से टीम की किस्मत बदलेगी, यह बड़ा सवाल है।