यह ख़बर 18 दिसंबर, 2013 को प्रकाशित हुई थी

जोहानिसबर्ग टेस्ट : विराट कोहली ने भारत के नाम किया पहला दिन

जोहानिसबर्ग:

सचिन तेंदुलकर के पसंदीदा चौथे नंबर पर पहली बार बल्लेबाजी के लिए उतरे विराट कोहली ने दक्षिण अफ्रीका के तेज आक्रमण का हौव्वा खत्म करके आकर्षक शतकीय पारी खेली और पहले टेस्ट क्रिकेट मैच का पहला दिन भारत के नाम किया।

भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए दिन का खेल समाप्त होने तक पांच विकेट पर 255 रन बनाए। भारतीय पारी का आकर्षण कोहली के 119 रन रहे, जो उनके करियर का सर्वोच्च स्कोर भी है। उन्होंने चौथे नंबर पर तेंदुलकर की कमी नहीं खलने दी। कोहली ने ऐसे समय में क्रीज पर कदम रखा था, जब भारत का स्कोर दो विकेट पर 24 रन था।

अजिंक्य रहाणे ने छठे नंबर पर अपना चयन सही साबित किया। उन्होंने भी तेज और उछाल लेने वाली पिच पर कोहली की तरह दक्षिण अफ्रीका के तेज गेंदबाजों के हर प्रहार का करारा जवाब दिया। वह अभी 43 रन बनाकर खेल रहे हैं। उनके साथ दूसरे छोर पर कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने 17 रन बनाए हैं।

दक्षिण अफ्रीका ने 80 ओवर के बाद नई गेंद ले थी, लेकिन इन दोनों ने भारत को इससे नुकसान नहीं पहुंचने दिया। भारत ने पहले सत्र में दोनों सलामी बल्लेबाजों - शिखर धवन (13) और मुरली विजय (6) के विकेट गंवाकर 70 रन बनाए। दूसरे सत्र में चेतेश्वर पुजारा (25) और रोहित शर्मा (14) पैवेलियन लौटे, लेकिन इस बीच भारत 94 रन जोड़ने में सफल रहा।

भारत ने तीसरे सत्र में केवल कोहली का विकेट गंवाया और इस बीच 91 रन बनाए। कोहली 257 मिनट क्रीज पर रहे और उन्होंने 181 गेंद के सामना करके 18 चौके लगाए। उन्होंने पुजारा के साथ तीसरे विकेट के लिए 89 रन जोड़कर टीम को शुरू में मिले दो झटकों से उबारा। कोहली ने बाद में रहाणे के साथ पांचवें विकेट के लिए भी 68 रन की साझेदारी की।

कोहली ने अपने स्ट्रोकप्ले का शानदार नमूना पेश किया तथा विकेट के चारों तरफ खूबसूरत शॉट लगाए। इनमें स्टेन पर किए गए पुल शॉट भी शामिल हैं। उन्होंने स्पिनरों विशेषकर इमरान ताहिर को अपने खास निशाने पर रखा और उनकी 29 गेंदों पर 31 रन बटोरे। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अपना पहला मैच खेल रहे कोहली ने जेपी डुमिनी पर बैकवर्ड प्वाइंट पर चौका जड़ने के बाद इसी ओवर की आखिरी गेंद पर दो रन लेकर अपना पांचवां टेस्ट शतक पूरा किया।

कोहली टेस्ट क्रिकेट में हमेशा 100 रन के पार पहुंचने के बाद अधिक देर तक क्रीज पर नहीं टिक पाए और इसलिए आज उन्होंने सतर्कता बरती। यह स्टार बल्लेबाज अपने करियर का सर्वोच्च स्कोर बनाने में सफल रहा, लेकिन बड़े शतक की उनकी ख्वाहिश पूरी नहीं हो पाई। कोहली ने कैलिस की बाहर जाती गेंद पर ड्राइव करके कवर पर आसान कैच थमाया।

इससे पहले, भारतीय सलामी बल्लेबाजों ने शुरू में जरूरत से ज्यादा सतर्कता बरती। स्टेन और मोर्कल की आउटस्विंगर के सामने धवन और विजय संघर्ष करते हुए नजर आए। पहले आधे घंटे में विकेट नहीं मिलने पर स्टेन ने धवन के लिए शॉर्ट पिच गेंद करने की रणनीति अपनाई। धवन ने उनकी एक ऐसी गेंद पर गलत टाइमिंग से पुल करके गेंद हवा में लहरा दी, जिसे फाइन लेग पर ताहिर ने कैच में तब्दील किया।

लंच के बाद कोहली और पुजारा ने तेज गेंदबाजों के सामने अपने कौशल का अच्छा प्रदर्शन किया। उन्होंने बाहर की गेंदों को छेड़ने की गलती नहीं की और जब मौका मिला तब रन जुटाए। कोहली जब दूसरी तरफ से रन बना रहे थे, तो पुजारा ने सहयोगी की अच्छी भूमिका निभाई।

इस बीच, डेल स्टेन ने विकेट हासिल करने के लिए तरकश के हर तीर को आजमाया। शॉर्ट पिच और फुललेंथ गेंद करके बल्लेबाजों को भ्रमित करने की उनकी कोशिश भी नाकाम रही। कोहली ने इमरान ताहिर को विशेष निशाना बनाया। उन्होंने 76 गेंदों पर अपना आठवां टेस्ट अर्धशतक पूरा किया। उन्होंने अगले दो ओवरों में भी स्कोर तेजी से आगे बढ़ाया, लेकिन उनका पुजारा को रन के लिये आवाज लगाना गलत फैसला था, क्योंकि वहां पर तब रन नहीं था। कोहली ने मिडविकेट की तरफ गेंद खेली और तेजी से रन के लिए दौड़ने लगे, लेकिन वह जल्दी ही पलट गए। पुजारा तब तक बीच क्रीज में पहुंच चुके थे। ताहिर के थ्रो पर अमला ने उन्हें रन आउट कर दिया। भारत का तीसरा विकेट 43वें ओवर में 113 रन के योग पर गिरा।

रोहित अपनी संक्षिप्त पारी के दौरान पूरे आत्मविश्वास में नहीं दिखे। उन्होंने फिलैंडर की आउटस्विंगर को ड्राइव करने के प्रयास में डिविलियर्स को कैच दिया। दक्षिण अफ्रीका की तरफ से स्टेन, मोर्कल, कैलिस और फिलैंडर ने एक-एक विकेट लिया है।


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