बर्थडे : कपिल देव की वह हैट्रिक अन्‍य तीन भारतीय गेंदबाजों से इस मायने में रही अलग..

बर्थडे : कपिल देव की वह हैट्रिक अन्‍य तीन भारतीय गेंदबाजों से इस मायने में रही अलग..

कपिल देव बेहद आक्रामक कप्‍तानी के लिए जाने जाते थे (फाइल फोटो)

खास बातें

  • श्रीलंका के खिलाफ दो ओवरों में बनी थी कपिल देव की यह हैट्रिक
  • कप्‍तानी के दौरान साहसिक फैसले लेने से नहीं कतराते थे
  • वर्ल्‍डकप-1983 में जिम्‍बाब्‍वे के खिलाफ खेली थी 175* रन की पारी

महान हरफनमौला कपिल देव (Kapil Dev) जब मैदान में उतरते थे तो दर्शकों के बीच मानो बिजली कौंध जाती थी. कपिल चाहे गेंदबाजी कर रहे हों या बल्‍लेबाजी, दर्शकों के बीच आकर्षण का केंद्र होते थे. यह विश्‍व क्रिकेट का सौभाग्‍य ही कहा जाएगा कि चार सर्वश्रेष्‍ठ ऑलराउंडर-इंग्‍लैंड के इयान बॉथम, पाकिस्‍तान के इमरान खान, न्‍यूजीलैंड के रिचर्ड हैडली और भारत के कपिल देव ने एक ही दौर में क्रिकेट खेला और कई बार अपने एकतरफा प्रदर्शन से मैच का नतीजा पलटकर रख दिया.

सौरव गांगुली से बहुत पहले, कप्‍तान के तौर पर कपिल देव को भारतीय टीम में आक्रामक रवैया लाने का श्रेय जाता है. 6 जनवरी 1959 को जन्‍मे कपिल मौका पड़ने पर साहसिक फैसले लेने से नहीं चूकते थे. यह अलग बात है कि उस समय की भारतीय टीम गेंदबाजी के लिहाज से कमजोर थी और उनके यह फैसले ज्‍यादातर मौकों पर टीम के लिए फलदायी साबित नहीं हो पाते थे. अपनी इसी साहसिक कप्‍तानी की बदौलत कपिल ने वर्ल्‍डकप 1983 में टीम इंडिया को चैंपियन बनाकर हर किसी को चौंकाया था. इस वर्ल्‍डकप में कपिल ने जिम्‍बाब्‍वे के खिलाफ विषम परिस्थितियों में 175* रन की पारी भी खेली थी.

भारत की ओर से इंटरनेशनल क्रिकेट में अब तक केवल चार गेंदबाज ही हैट्रिक (तीन गेंद पर तीन विकेट) दर्ज कर पाए हैं और कपिल उनमें से एक हैं. कपिल ने वर्ष 1991 में कोलकाता के ईडन गार्डंस में श्रीलंका के खिलाफ वनडे में यह कारनामा किया था. कपिल से पहले उनके ही राज्‍य हरियाणा के चेतन शर्मा ने वनडे में हैट्रिक दर्ज की थी. इन दोनों बॉलरों के अलावा टेस्‍ट क्रिकेट में हरभजन सिंह व इरफान पठान हैट्रिक ले चुके हैं.
 
कपिल की यह हैट्रिक तीन अन्‍य भारतीय गेंदबाजों (टेस्‍ट और वनडे) के मुकाबले इस मायने में अलग रही कि उन्‍होंने दो ओवर में यह 'तिकड़ी' पूरी की थी. जनवरी 1991 को कोलकाता के ईडन गार्डंस में श्रीलंका के खिलाफ एशिया कप के फाइनल में कपिलदेव ने अपने एक ओवर की आखिरी गेंद पर श्रीलंका के रोशन महानामा को विकेटकीपर किरण मोरे से कैच कराया. इसके बाद अगले ओवर की पहली दो गेंदो पर रुमेश रत्‍नायके और सनथ जयसूर्या के विकेट झटके.

दो ओवरों की लगातार तीन गेंदों पर यह हैट्रिक इस अंदाज में दर्ज हुई थी कि मैदान पर मौजूद दर्शक और टीवी देख रहे क्रिकेटप्रेमियों को भी काफी देर तक इसका अहसास नहीं हो पाया था. कपिल के अलावा तीन अन्‍य भारतीय गेंदबाजों चेतन शर्मा (वनडे) और हरभजन सिंह व इरफान पठान (टेस्‍ट) ने अपनी हैट्रिक एक ही ओवर की लगातार तीन गेंदों पर बनाई थी. चेतन शर्मा ने अपनी हैट्रिक न्‍यूजीलैंड के खिलाफ रिलायंस वर्ल्‍डकप-1987 में नागपुर में दर्ज की थी. इसी तरह टेस्‍ट में हरभजन ने ऑस्‍ट्रेलिया के खिलाफ वर्ष 2001 में कोलकाता में और इरफान पठान ने पाकिस्‍तान के खिलाफ वर्ष 2006 में कराची में हैट्रिक ली थी.


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