कन्नूर लोकेश राहुल के रूप में टीम इंडिया में एक नए हीरो का आगमन

कन्नूर लोकेश राहुल के रूप में टीम इंडिया में एक नए हीरो का आगमन

के एल राहुल (फाइल फोटो)

खास बातें

  • राहुल तीनों ही फॉर्मेट में अच्छा प्रदर्शन दिखा चुके हैं
  • फ्लोरिडा टी20 के पहले मैच में राहुल ने शतक जड़ा था
  • धोनी को अपना आदर्श मानते हैं राहुल

कुछ साल पहले साउथ अफ्रीका के शानदार गेंदबाज़ डेल स्टेन ने भविष्यवाणी की थी कि केएल राहुल को महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में मौका मिलेगा और वह एक शानदार खिलाड़ी के रूप में नाम कमाएंगे. स्टेन की भविष्यवाणी सच होती जा रही है. दो साल पहले टेस्ट टीम में जब राहुल का चयन हुया था तब महेंद्र सिंह धोनी टेस्ट टीम के कप्तान थे. एक शानदार बल्लेबाज  के रूप में राहुल टीम इंडिया में अपनी जगह पक्की करते जा रहे हैं. टीम इंडिया में ऐसे बहुत कम बल्लेबाज हैं जो तीनों फॉर्मेट में अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं. राहुल सिर्फ टेस्ट नहीं बल्कि एकदिवसीय और टी 20 मैचों में भी अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं.

टी 20 में ठोंका अपना पहला शतक
शनिवार को वेस्टइंडीज के खिलाफ खेले गए पहले टी 20 मैच में राहुल ने शानदार प्रदर्शन करते हुए शतक जड़ा. टीम इंडिया इस मैच में महज़ एक रन से हार गई लेकिन राहुल ने यह साबित कर दिया कि वह किसी भी फॉर्मेट में शानदार बल्लेबाजी कर सकते हैं. विराट कोहली के जल्दी आउट हो जाने के बाद राहुल पारी को संभालते हुए आगे ले गए और 51 गेंदों का सामना करते हुए 110 रन पर नॉट आउट रहे. टीम इंडिया को जीतने के लिए आखिरी गेंद में दो रन की जरूरत थी और स्ट्राइक में महेंद्र सिंह धोनी थे. अगर राहुल स्ट्राइक में होते तो शायद नतीजा कुछ और होता. राहुल अभी तक चार टी 20 मैच खेल चुके हैं और करीब 90 के औसत से 179 रन बना चुके हैं.  

महेंद्र सिंह धोनी को अपना आदर्श मानते है
बचपन में के एल राहुल के पिता जब यह कहा करते थे कि क्रिकेट छोटे शहर के बच्चों के लिए नहीं है तब राहुल उदाहरण के लिए धोनी का नाम लेते थे और कहते थे अगर कि रांची के रहने वाले धोनी को भारतीय टीम में मौक़ा मिल सकता है तो उन्हें क्यों नहीं? धोनी को अपना आदर्श मानने वाले राहुल ने धोनी की कप्तानी में अपना टेस्ट, एकदिवसीय और टी 20 करियर शुरू किया. महेंद्र सिंह धोनी की तरह केएल राहुल विकेटकीपर भी हैं. धोनी के संन्यास के बाद राहुल एकदिवसीय और टी 20 मैचों में विकेटकीपिंग की भूमिका निभा सकते हैं. अगर जरूरत पड़ी तो टेस्ट मैचों में भी उनको विकेटकीपर की भूमिका निभानी पड़ सकती है.

राहुल द्रविड़ से मिली प्रेरणा
राहुल के कोच शमूएल जयराज ने एक इंटरव्यू के दौरान बताया था कि राहुल ने जब अंडर 13 इंटर ज़ोनल क्रिकेट टूर्नामेंट खेलते हुए बैंगलोर के चिन्नास्वामी मैदान पर दोहरा शतक बनाया था. उस समय टीम इंडिया के पूर्व कप्तान राहुल द्रविड़ नेट प्रैक्टिस कर रहे थे. राहुल की शानदार बल्लेबाजी देखते हुए द्रविड़ ने लंच के दौरान उनसे बात की और उन्हें कुछ बैटिंग टिप्स भी दिए. राहुल द्रविड़ से मिलने के बाद केएल राहुल काफी प्रभावित हुए और उनके अंदर यह आत्मविश्वास आ गया कि वह एक अच्छे क्रिकेटर बन सकते हैं. उस वक्त राहुल द्रविड़ ने कोच जयराज को बताया था कि राहुल आगे जाकर एक अच्छा क्रिकेटर बनेगा.

प्रथम श्रेणी मैचों में अच्छा प्रदर्शन
राहुल ने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में भी शानदार प्रदर्शन किया है. केएल राहुल 43 प्रथम श्रेणी मैच खेलते हुए करीब 55 के औसत से 3701 रन बना चुके हैं जिसमे 11 शतक और 14 अर्धशतक शामिल हैं. 2014 के दिलीप ट्रॉफी फाइनल में साउथ ज़ोन की तरफ से खेलते हुए राहुल ने दोनों पारियों में शतक लगाकर ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए चयनकर्ताओं का ध्यान आकर्षित किया था. इससे पहले रणजी ट्रॉफी में भी राहुल अच्छा प्रदर्शन कर चुके थे. 2014 में टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया दौरा किया और राहुल को टीम में मौक़ा मिला.

विदेशी मैदान पर किया अच्छा प्रदर्शन
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले मैच में राहुल कुछ खास रन नहीं बना पाए थे लेकिन सिडनी के मैदान पर खेले गए दूसरे मैच में राहुल ने शतक ठोंकते हुए सबका ध्यान आकर्षण किया था. फिर अगस्त 2015 में टीम इंडिया ने श्रीलंका का दौरा किया और राहुल को टीम में मौक़ा मिला. श्रीलंका के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच में राहुल ने शतक मारा था, भारत ने इस मैच को 208 से जीता था और राहुल को 'मैन ऑफ़ द मैच' का ख़िताब मिला था. जुलाई 2016 में टीम इंडिया ने वेस्टइंडीज का दौरा किया जिसमें राहुल ने वेस्टइंडीज के खिलाफ अपने पहले टेस्ट मैच में शतक ठोका. टेस्ट मैचों में शानदार प्रदर्शन करते हुए केएल राहुल अभी तक आठ टेस्ट मैच खेल चुके है और करीब 38 की औसत से 492 रन बना चुके हैं जिसमें तीन शतक और एक अर्धशतक शामिल है.

पहले एकदिवसीय मैच में शतक
टेस्ट मैचों में शानदार प्रदर्शन की वजह से ज़िम्बाब्वे दौरे के के लिए केएल राहुल का एकदिवसीय टीम में चयन हुआ. धोनी की कप्तानी में केएल राहुल ने अपना पहला एकदिवसीय मैच खेला और ज़िम्बाब्वे के खिलाफ इस मैच में शतक ठोंका. 11 जून 2016 को हरारे के मैदान पर खेले गए इस मैच में राहुल ने 100 रन पर नाबाद रहते हुए टीम को जीता दिलाई थी.  राहुल की इस शानदार पारी की वजह से उन्हें 'मैन ऑफ़ द मैच' का अवॉर्ड मिला था. राहुल अभी तक सिर्फ तीन एकदिवसीय मैच खेले हैं और 196 के औसत से 196 रन बनाए हैं.


Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com