नई दिल्ली:
पाकिस्तान के खिलाफ जीत के बाद टीम इंडिया के कई खिलाड़ियों की नजर दोनों सिरों पर खड़े स्टंप्स और उनके ऊपर लगी गिल्लियों पर थीं। जीत के बाद अक्सर किसी भी खिलाड़ी के लिए यह यादगार तोहफा साबित होता है, लेकिन मैदान में मौजूद अंपायर्स ने इस बार कप्तान धोनी और उनकी टीम को ऐसा करने से रोक दिया। इसकी बड़ी वजह है स्टंप्स और गिल्लियों की बड़ी क़ीमत।
मौजूदा वर्ल्ड कप में एलईडी स्टंपस का इस्तेमाल किया जा रहा है। स्टंप की कीमत करीब 24 लाख और गिल्लियों की कीमत 50 हजार रुपये के करीब है। वर्ल्ड कप में इस्तेमाल किए जा रहे इन स्टंप्स को छूते ही ये जगमगाने लगती हैं। पाकिस्तान के खिलाफ एडिलेड में मिली जीत के बाद भी कप्तान धोनी का इरादा स्टंप्स को इकट्ठा करने का था, लेकिन स्क्वैर लेग पर खड़े इंग्लैंड के अंपायर इयन गॉल्ड ने भारतीय कप्तान को ऐसा करने से मना कर दिया। अगर धोनी ऐसा करना चाहते हैं तो जाहिर तौर पर आगे उन्हें आईसीसी से अनुमति लेनी होगी।
सब जानते हैं कि कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी बड़ी जीत के बाद स्टंप्स को इकट्ठा कर उसके साथ जीत की यादों को संजो लेते हैं, लेकिन पिछले साल बांग्लादेश में हुए टी-20 वर्ल्ड कप की तरह इस बार भी वह ऐसा नहीं कर पाएंगे। एलईडी स्टंप्स का इस्तेमाल सबसे पहले ऑस्ट्रेलिया के घरेलू टूर्नामेंट बिग बैश में 2013 में किया गया था। वह प्रयोग कामयाब रहा। फिर 2014 वर्ल्ड कप में इसके इस्तेमाल को काफी लोकप्रियता मिली और अब मौजूदा वर्ल्ड कप में भी ये स्टंप्स मैदान की रौनक बढ़ा रहे हैं।