धोनी और सुरेश रैना (फाइल फोटो)
नई दिल्ली: आईपीएल में चेन्नई सुपरकिंग्स की कामयाबी में महेंद्र सिंह धोनी और सुरेश रैना की जोड़ी का अहम योगदान रहा है। धोनी जहां आईपीएल के सबसे सफल कप्तान हैं, वहीं रैना सबसे कामयाब बल्लेबाज। मैदान पर धोनी और रैना की केमिस्ट्री और मैदान के बाहर उनकी दोस्ती के बारे में हर कोई जानता है। आईपीएल में 8 साल पुरानी अब ये जोड़ी टूट गई है। संभव है कि सुरेश रैना को राजकोट टीम की कप्तानी की जिम्मेदारी भी सौंप दी जाए। रैना के लिए मौका भी है और चुनौती भी। वैसे रैना ने पहले ही धीरे-धीरे धोनी के साए से निकलना शुरू कर दिया था। इसी साल अगस्त में रैना ने धोनी की कंपनी रीति स्पोर्ट्स से करार खत्म कर IOS स्पोर्ट्स एंड एंटरटेनमेंट से जुड़ गए।
सुरेश रैना का कहना है, "मैं राजकोट की परिस्थितियों से वाकिफ हूं। मैंने अंडर-16 और अंडर-19 के बहुत सारे मैच यहां खेले हैं।"
ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा के करियर को संवारने में महेंद्र सिंह धोनी के योगदान को नकारा नहीं जा सकता। जडेजा भी धोनी के पार्टनर वाली कंपनी रीति स्पोर्ट्स से जुड़े हुए हैं। आईपीएल में राजस्थान रॉयल्स और कोच्चि टस्कर के बाद सही टीम की उनकी तलाश धोनी के पास आकर ही खत्म हुई। पिछले 4 साल से वे चेन्नई सुपरकिंग्स की ओर से खेलते रहे हैं। शेन वॉर्न के "रॉकस्टार" और धोनी के भरोसमंद जडेजा को अब अपनी घरेलू टीम राजकोट को चैंपियन बनाना है। वो भी अपने मेंटर के बिना। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज में अपने शानदार प्रदर्शन से उन्होंने आईसीसी ऑलराउंडर रैंकिंग में पांचवें नंबर पर कब्जा किया। ये सीरीज उनकी वापसी का भी ऐलान था, वहीं उनके करियर का टर्निंग पॉइंट भी। अब उन्हें आईपीएल में अपनी लय बरकरार रहने की उम्मीद है।
राजकोट टीम के मालिक और मोबाइल कंपनी INTEX के निदेशक केशव बंसल कहते हैं, "जडेजा को टीम में लेने के बारे में कोई दुविधा नहीं थी। स्थानीय खिलाड़ी होना तो एक वजह थी ही, हमें निचले क्रम में विस्फोटक बल्लेबाज की भी तलाश थी। हमें लगता है कि वे T-20 में बेहतर बल्लेबाजी करते हैं।"
जाहिर है इस बार का आईपीएल टूर्नामेंट कई मायनों में अलग होगा। महेंद्र सिंह धोनी को जहां अपने भरोसेमंद सिपहसलारों के बिना मैदान पर उतरना होगा, वहीं सुरेश रैना और रवींद्र जडेजा नई टीम से उनके लिए चुनौती पेश करेंगे।