खास बातें
- प्रत्येक टीम अपनी सरजमीं पर मजबूत और दावेदार होती है इसलिए पूर्व ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर डीन जोंस ने सुझाव दिया कि अगर भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पता करना है कि कौन सी टीम बेहतर है तो दोनों टीमों को तटस्थ स्थल पर खेलना चाहिए।
मेलबर्न: प्रत्येक टीम अपनी सरजमीं पर मजबूत और दावेदार होती है इसलिए पूर्व ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर डीन जोंस ने सुझाव दिया कि अगर भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पता करना है कि कौन सी टीम बेहतर है तो दोनों टीमों को तटस्थ स्थल पर खेलना चाहिए।
पूर्व ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज ने कहा कि उछाल भरी और तेज पिचें हमेशा ही ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों के लिए मददगार होगी तथा भारत को एशियाई देशों में स्पिन की मुफीद पिचों पर हराना मुश्किल होगा इसलिए तटस्थ और संतुलित पिचों पर मुकाबला ही सही फैसला कर सकता है।
भारतीय टीम मौजूदा चार टेस्ट मैचों की सीरीज में चेन्नई और हैदराबाद में ऑस्ट्रेलिया को हराकर 2-0 से बढ़त बनाए है।
जोन्स ने कहा कि तटस्थ स्थल पर मुकाबले के लिए बारबाडोस का केनसिंगटन ओवल और आकलैंड दो अच्छे मैदान हैं।
जोन्स ने ‘सिडनी मार्निंग हेराल्ड’ में अपने कालम में लिखा, ‘‘अगर बारबाडोस के केनसिंगटन में मैच खेला जायेगा तो यह काफी दिलचस्प होगा। यह पिच शुरू में तेज गेंदबाजों की मदद करती है और फिर तीसरे दिन से स्पिनरों के मुफीद हो जाती है। इस स्थल पर फैसला हो सकता है कि कौन सी टीम बेहतर है।’’