यह ख़बर 01 जुलाई, 2012 को प्रकाशित हुई थी

एशिया कप अंडर-19 : भारत ने गंवाया मौका, पाक के साथ बना संयुक्त विजेता

खास बातें

  • कप्तान उन्मुक्त चंद के शतक से जीत की दहलीज पर पहुंची भारतीय टीम को आखिरी ओवर में दो विकेट गंवाने से मैच टाई छूटने के कारण अंडर-19 एशिया कप में पाकिस्तान के साथ संयुक्त विजेता बनकर संतोष करना पड़ा।
कुआलालम्पुर:

बेहतरीन फॉर्म में चल रहे कप्तान उन्मुक्त चंद के शतक से जीत की दहलीज पर पहुंची भारत अंडर-19 टीम को आखिरी ओवर में दो विकेट गंवाने से मैच टाई छूटने के कारण रविवार को एशियाई क्रिकेट परिषद अंडर-19 एशिया कप में चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के साथ संयुक्त विजेता बनकर संतोष करना पड़ा।

उन्मुक्त (121) ने लगातार दूसरे मैच में शतक जमाया, लेकिन वह फिर से आखिरी क्षणों में अपना विकेट गंवा बैठे। भारत को अंतिम ओवर में सात रन की दरकार थी। दायें हाथ के तेज गेंदबाज एहसान अदील के इस ओवर की पहली तीन गेंद पर केवल दो रन बने, जबकि चौथी गेंद पर उन्मुक्त ने सीमा रेखा पर कैच थमा दिया।

अब भारत को जीत के लिए बाकी बची दो गेंद पर पांच रन चाहिए थे। पाकिस्तानी पारी के दौरान पांच विकेट लेने वाले रस कलारिया ने पांचवीं गेंद पर चौका जड़कर भारतीयों की उम्मीदें बढ़ा दी, लेकिन आखिरी गेंद पर वह आसान कैच दे बैठे और इस तरह से भारत का स्कोर आठ विकेट पर 282 रन पर थम गया।

उन्मुक्त ने अपनी पारी के दौरान बाबा अपराजित (90) के साथ दूसरे विकेट के लिए 175 रन की रिकार्ड साझेदारी की थी। इससे पहले पाकिस्तान अंडर- 19 टीम ने पहले बल्लेबाजी का न्योता मिलने पर नौ विकेट पर 282 रन बनाए थे, जिसमें सलामी बल्लेबाज समी असलम (134) का शतक शामिल है।

भारत की तरफ से कलारिया ने 37 रन देकर पांच विकेट लिए। उन्मुक्त और असलम को उनकी शानदार शतकीय पारियों के लिए संयुक्त रूप से मैन ऑफ द मैच चुना गया। असलम को टूर्नामेंट का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी भी चुना गया।

यह अंडर-19 एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पांचवां अवसर है, जबकि कोई मैच टाई छूटा। उन्मुक्त ने इस तरह की क्रिकेट में चौथा शतक लगाया, जो कि नया रिकॉर्ड है। इससे पहले छह बल्लेबाजों के नाम पर तीन-तीन शतक का रिकॉर्ड दर्ज था।

किनरारा अकादमी ओवल मैदान पर खेले गए मैच में भारतीय टीम की शुरुआत खराब रही और उसने पांचवें ओवर में ही मनन वोहरा (11) का विकेट गंवा दिया। इसके बाद उन्मुक्त और अपराजित ने अगले 31 ओवर तक कोई विकेट नहीं गिरने दिया।

इन दोनों ने शुरू से ही गेंदबाजों पर हावी होने की रणनीति अपनाई और अजीजुल्लाह को अपने निशाने पर रखा। अपराजित ने विशेषकर मध्यम गति के इस गेंदबाज पर पहले दो और फिर लगातार तीन चौके लगाए। उन्होंने मोहम्मद नवाज की गेंदों को भी सीमा रेखा के दर्शन कराए, लेकिन आखिर में इसी गेंदबाज की गेंद विकेट के पीछे उछालकर खेलने के प्रयास में फाइन लेग पर कैच दे बैठे। अपराजित ने 86 गेंद खेली तथा 12 चौके लगाए।

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इससे पहले पाकिस्तान ने अपनी पारी में दो विकेट 62 रन पर गंवा दिए। असलम और उमर वाहीद (48) ने तीसरे विकेट के लिए 100 रन की साझेदारी करके टीम को संभाला। असलम को आखिर में 46वें ओवर में कलारिया ने बोल्ड किया। उन्होंने 124 गेंद खेली तथा 13 चौके और तीन छक्के लगाए। कलारिया ने पुछल्ले बल्लेबाजों को ज्यादा देर तक नहीं टिकने दिया और पाकिस्तानी टीम को 300 रन तक पहुंचने से रोक दिया।