यह ख़बर 18 जुलाई, 2012 को प्रकाशित हुई थी

भारत-पाक मैच की कमाई में हिस्सा चाहता है पीसीबी

खास बातें

  • भारत और पाकिस्तान के बीच दिसंबर में होने वाली एक दिवसीय क्रिकेट शृंखला की राह में अड़चनें पैदा हो सकती हैं क्योंकि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड मैचों से होने वाली कमाई का हिस्सा चाहता है।
लाहौर:

भारत और पाकिस्तान के बीच दिसंबर में होने वाली एक दिवसीय क्रिकेट शृंखला की राह में अड़चनें पैदा हो सकती हैं क्योंकि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड मैचों से होने वाली कमाई का हिस्सा चाहता है।

पीसीबी के एक अधिकारी ने बताया कि बोर्ड जल्दी ही इस मसले पर बीसीसीआई से बात करेगा। बीसीसीआई ने दिसंबर में तीन वन-डे और दो टी-20 मैच खेलने के लिए पाकिस्तान को न्योता दिया है लेकिन तारीख और स्थानों का फैसला दोनों बोर्ड करेंगे।

भारत और पाकिस्तान के बीच 2007 के बाद यह पहली द्विपक्षीय शृंखला होगी। अधिकारी ने कहा, बीसीसीआई यदि राजस्व बांटने पर तैयार नहीं होता है तो हमारे हाथ इस शृंखला से कुछ नहीं लगेगा। उन्होंने यह भी कहा कि अभी तक बीसीसीआई ने पाकिस्तान का दौरा करने या किसी तटस्थ स्थान पर पाकिस्तान की घरेलू शृंखला खेलने का वादा नहीं किया है।

उन्होंने कहा, बीसीसीआई कहा है कि सुरक्षा हालात दुरुस्त होने पर वे टीम पाकिस्तान भेजेंगे यानी कोई समय सीमा तय नहीं है। उन्होंने यह भी कहा है कि वे तटस्थ स्थान पर हमारे साथ नहीं खेलेंगे। अधिकारी ने कहा, उन्होंने हमें बुलाया जो सकारात्मक पहल है लेकिन जब तक राजस्व बांटने की बात नहीं होती, इस शृंखला से हमें कुछ हासिल नहीं होगा।

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अधिकारी ने कहा कि पिछला दौरा रद्द करने का मुआवजा भी भारत ने अभी तक पाकिस्तान को नहीं चुकाया है। उन्होंने कहा, मुंबई की घटना के कारण उन्होंने पाकिस्तान दौरा नहीं किया लेकिन तटस्थ स्थानों पर खेलने के हमारे प्रस्तावों का भी जवाब नहीं दिया ताकि हम 2009 का वह दौरा रद्द होने के नुकसान की भरपाई कर सकें। अधिकारी ने कहा कि पीसीबी अध्यक्ष जाका अशरफ भारत के साथ द्विपक्षीय संबंधों की बहाली चाहते हैं लेकिन पाकिस्तान को भी इस शृंखला से कुछ आर्थिक फायदा होना चाहिए।