यह ख़बर 22 अक्टूबर, 2013 को प्रकाशित हुई थी

टीम इंडिया के दक्षिण अफ्रीका दौरे को मंजूरी, दो टेस्ट, तीन वन-डे की होगी सीरीज

नई दिल्ली:

कई हफ्तों से चल रही अटकलों पर विराम लगाते हुए भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड (बीसीसीआई) ने भारतीय टीम के दक्षिण अफ्रीका दौरे को स्वीकृति दे दी है। बीसीसीआई इस दौरे के लिए तब राजी हुआ, जब क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका (सीएसए) ने अपने सीईओ हारून लोर्गट को उनके खिलाफ जांच लंबित रहने तक भारतीय बोर्ड के अलावा आईसीसी के मुख्य कार्यकारियों की समिति के साथ काम करने से भी रोक दिया।

बीसीसीआई और सीएसए ने एक संयुक्त बयान में कहा है, पिछले कुछ दिनों में लंदन में बैठक के बाद सीएसए और बीसीसीआई घोषणा करते हैं कि दक्षिण अफ्रीका दो टेस्ट मैच और तीन वन-डे इंटरनेशनल मैचों की आगामी घरेलू शृंखला में भारत के खिलाफ खेलेगा। समय आने पर दौरे की तारीखों और अन्य जानकारी की घोषणा की जाएगी।

उन्होंने कहा, इसके अलावा दोनों पक्ष अच्छी भावना के साथ चर्चा जारी रखने को सहमत हुए हैं। साथ ही पिछले कुछ सालों के कार्यक्रम के असंतुलन को भी ध्यान में रखा जाएगा। यह दौरा जुलाई से ही अधर में लटका हुआ था। दरअसल, सीएसए ने मनमाने ढंग से बीसीसीआई से सलाह किए बगैर कार्यक्रम जारी कर दिया था, जिससे भारतीय बोर्ड नाराज हो गया था। वैसे, बीसीसीआई लोर्गट को सीएसए का सीईओ बनाए जाने से भी नाराज था।

लोर्गट के आईसीसी का सीईओ होने के दौरान से ही बीसीसीआई के साथ उनके रिश्ते अच्छे नहीं रहे हैं और दोनों के बीच मतभेद देखने को मिलते रहे हैं। मामला उस समय और बिगड़ गया, जब सीएसए के पूर्व कानूनी सलाहकार डेविड बेकर ने कथित तौर पर लोर्गट के कहने पर बीसीसीआई अध्यक्ष एन श्रीनिवासन पर जोड़-तोड़ के आरोप लगाए।

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बीसीसीआई-सीएसए ने अब इस संयुक्त बयान में कहा है कि आईसीसी ने इस मामले की जांच का फैसला किया है, जिसमें लोर्गट की भूमिका की जांच भी शामिल है। बेकर ने हालांकि कहा था कि उनके द्वारा दिए गए बयान किसी से प्रभावित नहीं थे। बयान में कहा गया, सीएसए के मुख्य कार्यकारी हारून लोर्गट के कथित आचारण और सीएसए के पूर्व कानूनी सलाहकार डेविड बेकर के आईसीसी बोर्ड के बारे में हाल के बयान पर हाल में लंदन में आईसीसी बोर्ड की बैठक के दौरान चिंता जताए जाने के बाद दोनों बोर्ड दौरे पर राजी हो गए हैं।