यह ख़बर 02 नवंबर, 2013 को प्रकाशित हुई थी

बेंगलुरू एकदिवसीय : ऑस्ट्रेलिया पर भारत की 'धमाकेदार' जीत

बेंगलुरु:

रोहित शर्मा ने 209 रन की रिकार्डतोड़ पारी खेलकर न सिर्फ खुद को 50 ओवर मैच में दोहरा शतक लगाने वाले सचिन तेंदुलकर और वीरेंद्र सहवाग जैसे महान खिलाड़ियों की सूची में शामिल किया बल्कि दिवाली से पहले देशवासियों को जीत की 'विस्फोटक' खुशी दी।

रोहित के इस दोहरे शतक की बदौलत भारत ने एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में शनिवार को खेले गए सातवें एकदिवसीय मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया पर 57 रनों की 'धमाकेदार' जीत दर्ज की। अपनी पारी में 16 छक्के लगाने वाले रोहित को मैन ऑफ द मैच और मैन ऑफ द सीरीज चुना गया।

इसके साथ भारत ने यह सात मैचों की शृंखला 3-2 से अपने नाम कर ली। ऑस्ट्रेलिया ने पुणे और मोहाली में जीत हासिल की है जबकि भारत ने जयपुर और नागपुर मैच जीते थे। रांची में होने वाला चौथा और कटक में होने वाला पांचवां मैच बारिश के कारण रद्द कर दिया गया था।

भारत ने ऑस्ट्रेलिया के सामने 384 रनों का बेहद मुश्किल लक्ष्य रखा था। मेहमानों ने अपनी ओर से सबसे तेज शतक लगाने का रिकार्ड कायम करने वाले जेम्स फॉल्कनर (116) की साहसिक पारी और ब्रैड हेडिन (40 रन, 49 गेंद, सात चौके), ग्लेन मैक्सवेल (60 रन, 22 गेंद, तीन चौके, सात छक्के), शेन वॉटसन (49 रन, 22 गेंद, दो चौके, 6 छक्के) के प्रयासों के बूते 45.1 ओवरों में 326 रन बनाने में सफलता हासिल की।

अपने करियर का पहला शतक लगाने वाले फॉल्कनर ने 73 गेंदों पर 11 चौके और छह छक्के लगाए। फॉल्कनर ने 56 गेंदों पर शतक पूरा किया, जो ऑस्ट्रेलिया की ओर से सबसे तेज शतक है। इससे पहले मैक्सवेल ने 18 गेंदों पर अर्द्धशतक लगाते हुए अपने देश के साइमन ओडोनल के रिकार्ड की बराबरी थी।

फॉल्कनर ने एक समय ऑस्ट्रेलिया को जीत की स्थिति में ला दिया था लेकिन विकेट नहीं बचे होने के कारण मेहमान टीम बैकफुट पर आ गई। ऑस्ट्रेलिया ने 45वें ओवर की अंतिम गेंद पर क्लिंट मैके (18) और 46वें ओवर की पहली गेंद पर फॉल्कनर का विकेट गंवाया। फॉल्कनर को मोहम्मद समी ने शिखर धवन के हाथों कैच कराया। फॉल्कनर और मैके ने नौवें विकेट के लिए 14.5 ओवरों में 7.75 के औसत से 115 रन जोड़े।

एरॉन फिंच (5) और फिलिप ह्यूज (23) की सलामी जोड़ी आशातीत शुरुआत नहीं दिला सकी जबकि इस शृंखला में शानदार प्रदर्शन करने वाले कप्तान जार्ज बेले (4) और एडम वोग्स (4) नाकाम रहे।

एक समय ऑस्ट्रेलिया ने 74 रनों पर चार विकेट गंवा दिए थे लेकिन फॉल्कनर के नेतृत्व में बाकी के बल्लेबाजों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए अपनी टीम को न सिर्फ 300 के पार पहुंचाया बल्कि जीत की स्थिति में लेकर आए।

भारत की ओर से रवींद्र जडेजा ने तीन विकेट लिए जबकि मोहम्मद समी ने भी इतने ही विकेट लिए। रविचंद्रन अश्विन को दो सफलता मिली। स्थानीय खिलाड़ी विनय कुमार ने 102 रन देकर एक विकेट लिया।

इससे पहले, रोहित ने वीरेंद्र सहवाग (219) और सचिन तेंदुलकर (200) के बाद एकदिवसीय क्रिकेट की दूसरी सबसे बड़ी पारी खेली। टॉस हारने के बाद जब भारतीय टीम बल्लेबाजी के लिए उतरी तो रोहित ने अपने साथी शिखर धवन (60) के साथ एक बार फिर बेहतरीन शुरुआत दी। इन दोनों के अलावा कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (62, 38 गेंद, सात चौके, 2 छक्के) ने टीम को निर्धारित 50 ओवरों में छह विकेट पर 383 रनों तक पहुंचा दिया।

दिन के हीरो रहे रोहित और धवन ने 17 ओवरो में 107 रन बना लिए थे लेकिन तभी बारिश आ गई। संक्षिप्त विराम के बाद मैच फिर से शुरू हुआ तब धवन अपना संयम खो बैठे और 112 के कुल योग पर पवेलियन लौट गए।

धवन ने अपनी 57 गेंदों की पारी में नौ चौके लगाए। धवन ने नागपुर में शतक लगाया था। कुल योग में अभी एक ही रन जुड़े थे कि रोहित के साथ हुई संवादहीनता के कारण विराट कोहली (0) रन आउट हो गए। कोहली ने अपना गुस्सा मैदान पर जाहिर किया लेकिन जब रोहित का शतक पूरा हुआ तब उनकी खुशी देखने लायक थी।
 
कोहली की विदाई के बाद सुरेश रैना विकेट पर आए। रैना ने सम्भलकर खेलते हुए 30 गेंदों पर दो चौकों की मदद से 28 रन बनाए लेकिन वह एक बार फिर बड़ी पारी खेलने से चूक गए, जबकि उनके पास इसका शानदार मौका था।

रोहित और रैना ने तीसरे विकेट के लिए 72 रन जोड़े। रैना का विकेट पर रहना रोहित के लिए काफी अच्छा रहा क्योंकि इस दौरान उन्होंने कोहली के आउट होने के बाद हुए नुकसान की भरपाई के लिए खुद को तैयार किया।

रैना का विकेट 185 के कुल योग पर गिरा और फिर रोहित ने युवराज सिंह (12) के साथ चौथे विकेट के लिए 22 रन जोड़े। युवराज का जाना शायद भारत के लिए अच्छा साबित हुआ क्योंकि इसके बाद रोहित और धोनी ने पांचवें विकेट के लिए 94 गेंदों पर 167 रन जोड़कर टीम को एक मजबूत योग दिया।

रोहित और धोनी ने ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों की जमकर खबर ली। रोहित ने 114 गेंदों पर शतक पूरा किया और फिर 140 गेंदों पर 150 रन पूरे किए। यह उनके करियर का चौथा और इस शृंखला का दूसरा शतक है। रोहित इसके बाद भी नहीं रुके और लगातार चौके-छक्कों की बरसात करते हुए 200 रनों तक पहुंच गए।

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रोहित एकदिवसीय क्रिकेट में दोहरा शतक लगाने वाले तीसरे खिलाड़ी हैं। इससे पहले यह कारनामा भी भारतीय खिलाड़ियों ने किया है। इस पारी के दौरान रोहित ने कुल 16 छक्के लगाए और शेन वॉटसन के सबसे अधिक 14 छक्कों के रिकार्ड को भी ध्वस्त किया। रोहित की 158 गेंदों की पारी में 12 चौके और 16 छक्के शामिल हैं। रोहित ने इस पारी के दौरान 3000 रन भी पूरे किए।