यह ख़बर 28 फ़रवरी, 2014 को प्रकाशित हुई थी

चुनाव की तारीख आने के बाद आईपीएल पर फैसला : बीसीसीआई

भुवनेश्वर:

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने शुक्रवार को साफ किया कि उसने आम चुनावों के कारण इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) देश के बाहर कराने को लेकर 'वेट एंड वॉच' की नीति अपना रखी है। बीसीसीआई के मुताबिक वह आम चुनावों की तारीख की घोषणा के बाद ही आईपीएल को लेकर कोई फैसला करेगा।

बीसीसीआई की वर्किंग कमिटि की बैठक के बाद प्रमुख एन. श्रीनिवासन ने कहा कि आम चुनावों की तारीख आने के बाद ही आईपीएल के आयोजन को लेकर कोई फैसला किया जाएगा।

आईपीएल नौ अप्रैल से तीन जून तक होना है और इसी दौरान चुनाव भी होने हैं।

गौरतलब है कि बीते दिनों गृह मंत्रालय ने साफ कर दिया था कि चुनावों के कारण वह आईपीएल के लिए सुरक्षा मुहैया कराने की स्थिति में नहीं होगा और इसी कारण बीसीसीआई को इस साल आईपीएल का आयोजन भारत के बाहर कराने के बारे में सोचना चाहिए।

वहीं आईपीएल अध्यक्ष रंजीब बिस्वाल ने बताया कि दक्षिण अफ्रीका, बांग्लादेश और संयुक्त अरब अमीरात ने मैचों की मेजबानी की इच्छा जताई है। दक्षिण अफ्रीका पहले भी आईपीएल के दूसरे सत्र की मेजबानी कर चुका है और वह एक फिर प्रबल दावेदार है। वहीं अमीरात के विकल्प पर भी गौर किया जा सकता है। दक्षिण अफ्रीका के पास आईपीएल जैसे भव्य टूर्नामेंट की मेजबानी की सर्वश्रेष्ठ सुविधाएं हैं। वहीं मैचों की टाइमिंग भी भारतीय टीवी दर्शकों के अनुकूल होगी।

बीसीसीआई हालांकि प्रायोजकों के दबाव के कारण अधिकांश मैच भारत में कराना चाहता है। वहीं टूर्नामेंट अगर अमीरात में होता है, तो यात्रा की पेचीदगियां भी कम हो जाएंगी। वहां टूर्नामेंट के आयोजन का नकारात्मक पहलू टूर्नामेंट पर सटोरियों और मैच फिक्सिंग का साया पड़ने की आशंका है, जिसके लिए अमीरात बदनाम है।

भारत ने 2000 के मैच फिक्सिंग प्रकरण के बाद कभी अमीरात का दौरा नहीं किया है। अमीरात को सटोरियों की ऐशगाह माना जाता है और आईसीसी की भ्रष्टाचार निरोधक और सुरक्षा ईकाई (एसीएसयू) के अधिकारियों के लिए एक ही समय पर आठ टीमों के खिलाड़ियों पर नजर रखना मुश्किल होगा।

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इसके अलावा बांग्लादेश के नाम पर आईपीएल संचालन परिषद के कुछ सीनियर सदस्यों को ऐतराज है, क्योंकि शहर में पांच या सात सितारा होटल कम हैं। इसके अलावा बांग्लादेश प्रीमियर लीग के दौरान भ्रष्टाचार और मैच फिक्सिंग प्रकरण को भी अनदेखा नहीं किया जा सकता।

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