यह ख़बर 08 मार्च, 2014 को प्रकाशित हुई थी

एशिया कप : पाकिस्तान को हराकर श्रीलंका पांचवीं बार बना चैम्पियन

मीरपुर:

लसिथ मलिंगा (56-5) की शानदार गेंदबाजी और फिर लाहिरू थिरिमान्ने (101) के शानदार शतक तथा माहेला जयवर्धने (75) के साथ उनकी शतकीय साझेदारी की बदौलत श्रीलंका ने शनिवार को पाकिस्तान को पांच विकेट से हराकर एशिया कप खिताब पांचवीं बार जीत लिया।

शेर-ए-बांग्ला स्टेडियम में खेले गए इस मैच में श्रीलंका ने पहले तो मलिंगा की उम्दा गेंदबाजी की मदद से पाकिस्तान को 261 रनों सीमित किया और फिर इस टूर्नामेंट में दूसरा शतक लगाने वाले थिरिमान्ने, जयवर्धने और कुशल परेरा (42) की उम्दा पारियों की बदौलत 46.2 ओवरों में पांच विकेट खोकर लक्ष्य हासिल कर लिया।

श्रीलंका ने एशिया कप खिताब जीतने के मामले में भारत की बराबरी कर ली है। इन  दोनों टीमों ने पांच-पांच बार यह खिताब जीता है। दो बार पाकिस्तान विजयी रहा है। पाकिस्तान ने बांग्लादेश को हराकर टूर्नामेंट के 11वें संस्करण का खिताब जीता था लेकिन वह अपने गेंदबाजों के लचर प्रदर्शन के कारण अपनी कामयाबी को बरकरार नहीं रख सका।

श्रीलंका ने लक्ष्य का पीछा करते हुए अच्छी शुरूआत की थी। कुशल और थिरिमान्ने ने पहले विकेट के लिए 56 रन जोड़े। इसके बाद हालांकि श्रीलंका ने अपने अनुभवी बल्लेबाज कुमार संगकारा (0) का विकेट सस्ते में गंवा दिया लेकिन जयवर्धने ने 13 पारियों के बाद अर्धशतक लगाते हुए अपनी टीम को मजबूत सहारा दिया। जयवर्धने और थिरिमान्ने ने तीसरे विकेट के लिए 156 रन जोड़ते हुए श्रीलंका की जीत तय की।

जयवर्धने का विकेट 212 रनों के कुल योग पर गिरा। जयवर्धने ने अपनी 93 गेंदों की पारी में नौ चौके और एक छक्का लगाया। इसके बाद हालांकि श्रीलंका ने असन प्रियंजन (13) का विकेट सस्ते में गंवा दिया। इसी बीच थिरिमान्ने ने 106 गेंदों पर अपना शतक पूरा किया। थिरिमान्ने की 108 गेंदों की पारी में 13 चौके शामिल हैं। कप्तान एंजेलो मैथ्यूज 16 और चतुरंग सिल्वा 6 रनों पर नाबाद लौटे। मैथ्यूज ने 13 गेंदों पर दो चौके लगाए।

इससे पहले, पाकिस्तान ने खराब शुरूआत से उबरते हुए अच्छा स्कोर खड़ा किया। उसके लिए फवद आलम ने 114 रनों की शानदार नाबाद शतकीय पारी खेली जबकि कप्तान मिस्बाह उल हक ने 65 रन बनाए। इन दोनों के बीच हुई शतकीय साझेदारी के बाद उमर अकमल ने 59 रनों की उम्दा पारी के साथ टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी के लिए उतरी अपनी टीम को निर्धारित 50 ओवरों में पांच विकेट पर 260 रनों तक पहुंचने में मदद की।

अपने करियर का पहला शतक लगाने वाले फवद ने 134 गेंदों का सामना कर आठ चौके और तीन छक्के लगाए। फवद ने 98 गेंदों पर तीन चौके और दो छक्के लगाने वाले कप्तान के साथ 122 रनों की साझेदारी निभाई।
पाकिस्तान के लिए शतक लगाने वाले बाएं हाथ के पहले मध्यक्रम के बल्लेबाज फवद और मिस्बाह के बीच की यह साझेदारी ऐसे वक्त में सामने आई, जब पाकिस्तान ने लसिथ मलिंगा (56-5) के कहर के कारण एक समय 18 रन पर अपने तीन शीर्ष विकेट गंवा दिए थे।

मलिंगा ने शारजील खान (8) को पहले ही ओर में आउट किया जबकि तीसरे ओवर में उन्होंने अहमद शहजाद (5) को चलता किया। इसके बाद पांचवें ओर की तीसरी गेंद पर मलिंगा ने मोहम्मद हफीज (3) को आउट कर पाकिस्तान के शीर्ष क्रम की कमर तोड़ दी। शहजाद का विकेट 17 और हफीज का विकेट 18 के कुल योग पर गिरा।

पांच ओवर में ही तीन विकेट गिरने के बाद मिस्बाह और फवद ने अगले 32.1 ओवरों तक अपनी टीम को कोई और नुकसान नहीं होने दिया और लगभग चार के औसत से रन बटोरते रहे। मिस्बाह का विकेट 140 के कुल योग पर मलिंगा ने लिया।

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मिस्बाह के आउट होने के बाद ऐसा लगा कि एक बार फिर श्रीलंकाई गेंदबाज हावी हो जाएंगे लेकिन फवद और उनके नए साथी उमर ने ऐसा नहीं होने दिया। इन दोनों ने 8.84 के औसत से रन बटोरते हुए 115 रनों की साझेदारी की। उमर ने 42 गेंदों की पारी में सात चौके लगाए।