रोहित शर्मा सीरीज के चारों मैचों में बुरी तरह नाकाम रहे (फाइल फोटो)
खास बातें
- पहले विकेट के लिए 49 रन की हुई सबसे बड़ी पार्टनरशिप
- रोहित शर्मा सीरीज के किसी भी मैच में 20 रन तक नहीं पहुंच पाए
- शुरुआती विकेट जल्द गिरने से मध्य क्रम पर बढ़ गया दबाव
शिखर धवन और केएल राहुल के चोटग्रस्त होने के कारण रोहित शर्मा और अजिंक्य रहाणे के लिए यह बड़ी जिम्मेदारी थी. न्यूजीलैंड के खिलाफ वनडे सीरीज में टीम इंडिया को रोहित शर्मा और अजिंक्य रहाणे को ओपनर के रोल में उतारना पड़ा. टीम इंडिया के इन दोनों अनुभवी बल्लेबाज पर टीम को अच्छी शुरुआत देने की जिम्मेदारी थी, लेकिन मौजूदा सीरीज में तो ये नाकाम रहे हैं.
सीरीज के अब तक हुए चारों मैचों में ओपनिंग टीम इंडिया के लिए कमजोर कड़ी साबित हुई है. भारतीय ओपनर सीरीज में चार में से किसी मैच में शतकीय तो दूर, अर्धशतकीय साझेदारी भी नहीं बना पाए. इस सीरीज में टीम इंडिया की पहले विकेट की सबसे बड़ी साझेदारी 49 रन की रही जो धर्मशाला के पहले वनडे में हुई.
न्यूजीलैंड के खिलाफ वनडे सीरीज से पहले रोहित शर्मा से काफी बढ़-चढ़कर उम्मीद लगाई गई थीं. इसके पीछे वजह टेस्ट सीरीज में रोहित के शानदार प्रदर्शन को भी माना जा रहा था, लेकिन विराट कोहली के बाद टीम के सबसे प्रतिभावान बल्लेबाज कहे जाने वाले मुंबई के इस खिलाड़ी ने बुरी तरह से निराश किया. चार में से किसी मैच में वे 20 रन के पार नहीं पहुंच पाए. रोहित पहले वनडे में 14, दूसरे में 15, तीसरे में 13 और चौथे में 11 रन बनाकर आउट हुए. बड़ी रनसंख्या के लिए हर बार वे संघर्ष करते दिखे.
ओपनर जोड़ी से मजबूत शुरुआत नहीं मिलने के कारण मध्यक्रम पर दबाव बढ़ा. खुशकिस्मती से विराट कोहली के बल्ले ने बरसे रनों की बदौलत टीम इंडिया ओपनिंग की इस नाकामी को 'ढंकने' में सफल रही. वनडे सीरीज के अब तक के मैचों में विराट की दोनों टीमों के बीच बड़ा फर्क साबित हुए. धर्मशाला में 85* और मोहाली की 154* रन की पारियां भारत के लिए जीत आई.
टीम इंडिया इस समय विराट पर इतनी ज्यादा निर्भर है कि दिल्ली के दूसरे वनडे में उनके सस्ते में आउट होते ही न्यूजीलैंड के खिलाड़ियों के कंधे ऊंचे हो गए और पूरी सीरीज में कीवी टीम पहली जीत दर्ज करने में सफल हो गई. विराट कोहली पर जरूरत से अधिक निर्भरता टीम इंडिया के लिए आगे की सीरीज में भारी पड़ सकती है. भारतीय टीम कोआगे के मैचों में न्यूजीलैंड की तुलना में मजबूत इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया का सामना करना है, ऐसे में विपक्षी टीम को मात देने के लिए उसके ओपनर्स को बड़ी साझेदारियां करनी होंगी...