यह ख़बर 22 अगस्त, 2014 को प्रकाशित हुई थी

विदेशों में सफलता के लिए रन बनाना महत्वपूर्ण : जहीर खान

नई दिल्ली:

अनुभवी तेज गेंदबाज जहीर खान का मानना है कि भारत विदेशी सरजमीं पर प्रभाव छोड़ने में तब तक संघर्ष करता रहेगा, जब तक कि बल्लेबाज अपने खेल में सुधार करके लगातार बड़ा स्कोर खड़ा नहीं करते।

विदेशी सरजमीं पर भारत का लचर प्रदर्शन हाल में इंग्लैंड के खिलाफ संपन्न टेस्ट सीरीज में भी जारी रहा, जिसमें उसे 1-3 से शिकस्त का सामना करना पड़ा। शृंखला के अंतिम दो मैच को भारत तीन अंतिम के भीतर हार गया।

ईएसपीएन क्रिकइंफो ने जहीर खान के हवाले से कहा, मुझे हमेशा से लगता है कि अगर आपने पहली पारी में 350 से अधिक रन बनाए हैं, तो आप मैच में बने हुए हैं। अगर आप इस स्कोर को हासिल नहीं करते, तो आपको हमेशा वापसी करने की कोशिश करनी पड़ती है।

उन्होंने कहा, अतीत में हमें विदेशों में जो सफलता मिली, उसमें अहम यह था कि हम अच्छा स्कोर खड़ा किया करते थे। उसके बाद हम विकेट चटकाने की कोशिश करते थे। बाएं हाथ के इस स्विंग गेंदबाज ने संकेत दिए कि आगामी चैंपियंस लीग ट्वेंटी-20 में उनके खेलने की संभावना नहीं हैं, लेकिन उन्होंने कहा कि वह चोट से अच्छी तरह उबर रहे हैं। चैंपियंस लीग टी-20 का आयोजन भारत में चार विभिन्न स्थलों पर 13 सितंबर से 4 अक्तूबर तक होगा।

जहीर ने 14 साल के अपने करियर में भारत की ओर से 92 टेस्ट और 200 एक-दिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं। आईपीएल के दौरान मुंबई इंडियन्स की आरे से किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ खेलते हुए जहीर के हाथ में चोट लग गई थी।

जहीर ने इंग्लैंड में भारतीय तेज गेंदबाजों के प्रदर्शन पर नजर रखी और उन्होंने कहा कि लॉर्ड्स टेस्ट में जीत के बाद इशांत शर्मा को गंवाने से भारतीय टीम को बड़ा झटका लगा। इस तेज गेंदबाज ने कहा, अगर लंबी शृंखला में कोई गेंदबाज अच्छा प्रदर्शन कर रहा है और प्रभाव छोड़ रहा है, तो यह अहम होता है। हमें इसकी कमी खली। इस अनुभव से आप काफी कुछ सीख सकते हैं। पूरा गेंदबाजी आक्रमण युवा है।


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