खास बातें
- ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री जुलिया गिलार्ड ने घोषणा की है कि महान भारतीय क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर को ऑर्डर ऑफ ऑस्ट्रेलिया की सदस्यता से सम्मानित किया जाएगा।
नई दिल्ली: बल्लेबाजी के बादशाह सचिन तेंदुलकर के नाम पर एक और उपलब्धि जुड़ने वाली है। ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री जुलिया गिलार्ड ने घोषणा की कि इस महान भारतीय क्रिकेटर को ऑर्डर ऑफ ऑस्ट्रेलिया की सदस्यता से सम्मानित किया जाएगा। गैर- ऑस्ट्रेलियाई नागरिकों को यह सम्मान कभी-कभार ही दिया जाता है।
दक्षिण अफ्रीका में चैंपियन्स लीग ट्वेंटी-20 में खेल रहे तेंदुलकर यह सम्मान हासिल करने वाले केवल दूसरे भारतीय होंगे। इससे पहले पूर्व अटार्नी जनरल सोली सोराबजी को इससे सम्मानित किया जा चुका है। सोराबजी को 2006 में ‘ऑस्ट्रेलिया- भारत द्विपक्षीय कानूनी संबंधों के लिए’ ऑर्डर ऑफ ऑस्ट्रेलिया (एएम) का मानद सदस्य बनाया गया था। भारत यात्रा पर आई जूलिया गिलार्ड ने संवाददाताओं से कहा, ऑस्ट्रेलिया और भारत को जोड़ने में क्रिकेट की अहम भूमिका रही है। दोनों ही देश क्रिकेट के दीवाने हैं। मुझे बहुत खुशी हो रही है कि हम सचिन तेंदुलकर को ऑर्डर ऑफ ऑस्ट्रेलिया की सदस्यता देने जा रहे हैं। उन्होंने कहा, यह बहुत खास सम्मान है। यह ऐसे व्यक्ति को बहुत कम दिया जाता है, जो ऑस्ट्रेलियाई नागरिक या ऑस्ट्रेलियाई नहीं हो। कैबिनेट मंत्री साइमन क्रीन अपनी भारत यात्रा के दौरान उन्हें इस पुरस्कार से सम्मानित करेंगे।
तेंदुलकर ऑर्डर ऑफ ऑस्ट्रेलिया से सम्मानित होने वाले पहले क्रिकेटर नहीं होंगे। इससे पहले 2009 में वेस्टइंडीज के महान क्रिकेटर ब्रायन लारा को भी इसका मानद सदस्य बनाया गया था।
एक अन्य कैरेबियाई दिग्गज क्लाइव लायड को 1985 में आर्डर ऑफ ऑस्ट्रेलिया में मानद अधिकारी पद से सम्मानित किया गया था। दायें हाथ के बल्लेबाज तेंदुलकर को समकालीन क्रिकेट में दुनिया का बेहतरीन बल्लेबाज माना जाता है। वह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 100 शतक लगाने वाले अकेले बल्लेबाज हैं। उन्होंने अब तक 190 टेस्ट मैच में 15,533 रन और 463 एकदिवसीय मैचों में 18,426 रन बनाए हैं। टेस्ट और एकदिवसीय क्रिकेट में सर्वाधिक रन और सर्वाधिक शतक लगाने का रिकॉर्ड तेंदुलकर के नाम पर ही दर्ज है।