खास बातें
- पांच या छह जनवरी को होना है वनडे के लिए टीम इंडिया का चयन
- मौजूदा हालात में BCCI से सूचना मिलने का इंतजार कर रहे चयनकर्ता
- अगला अध्यक्ष कौन होगा, इसे लेकर अटकलों का दौर शुरू हुआ
नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट के फ़ैसले के बाद भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के अधिकारी सन्न हैं और उनकी वेबसाइट पर सन्नाटा पसर गया है. भारत और इंग्लैंड के बीच 15 जनवरी को शुरू होने वाले पहले वनडे मैच से पहले भारत-A और इंग्लैंड XI के बीच एक अभ्यास मैच भी होना है. लेकिन बीसीसीआई की वेबसाइट पर से चयनकर्ताओं के नाम नदारद हैं.
माना जा रहा था कि चयनकर्ता वनडे के लिए 5 या 6 तारीख़ को साथ बैठकर टीम इंडिया का चयन करेंगे और भारत-इंग्लैंड वनडे सीरीज़ से पहले टीम का एक कैंप भी बुलाया जाएगा. लेकिन मौजूदा हालात में चयनकर्ता बीसीसीआई से सूचना मिलने का ही इंतज़ार कर रहे हैं. (पढ़ें, कई खिलाड़ी चोटग्रस्त, आसान नहीं होगा शॉर्टर फॉर्मेट के लिए टीम का चयन)
चयनकर्ता कहते हैं कि उन्हें इस बारे में जब तक कोई बीसीसीआई का अधिकारी मीटिंग के लिए नहीं बुलाता वो कैसे टीम चुन सकते हैं? बीसीसीआई के वेबसाइट पर अब किसी सचिव या अधिकारी का नाम नहीं है. ऐसे में चयनकर्ताओं को मीटिंग के लिए कौन बुलाएगा, ये साफ़ नहीं है.
बीसीसीआई की वेबसाइट पर से नाम नदारद हैं (फोटो क्रेडिट : रॉयटर)
यही नहीं, लोढ़ा कमेटी के मुताबिक सिर्फ़ पूर्व टेस्ट क्रिकेटर ही चयनकर्ता का रोल अदा कर सकते हैं (और चयनकर्ताओं की समिति में अधिकतम 3 सदस्य ही होने चाहिए). ऐसे में जतिन परांजपेऔर गगन खोड़ा चयनकर्ता बनने के काबिल भी हैं या नही, इसे लेकर भी सवाल खड़े हो गए हैं. यानी अगली वनडे सीरीज़ के लिए चयनकर्ता कौन होंगे, यह कह पाना भी मुश्किल हो गया है.
(फोटो क्रेडिट : रॉयटर)
बीसीसीआई का अगला अध्यक्ष कौन होगा, इसे लेकर पहले से ही अटकलबाज़ी हो रही है. सौरव गांगुली को लेकर अटकलबाज़ी तेज़ रही लेकिन बाद में गांगुली का ये बयान आ गया कि वे बीसीसीआई के अध्यक्ष पद के लिए क्वालिफ़ाई नहीं करते. हालांकि गांगुली ने NDTV संवाददाता से ये भी कहा कि उन्होंने इस बारे में कोई बात नहीं की है. ज़ाहिर है इन सबको लेकर कन्फ़्यूज़न बन गया है.बीसीसीआई के CEO राहुल जौहरी कैमरे पर बात करने इंकार कर रहे. ऐसे में बीसीसीआई के अधिकारियों या चयनकर्ताओं की तस्वीर पर धुंध पड़ गई है. फ़िलहाल भारत-इंग्लैंड सीरीज़ से पहले टीम के चयन के लिए मुश्किल खड़ी हो गई है और हर बीतते लम्हे के साथ ये मुश्किल बड़ी होती जा रही है.