यह ख़बर 15 जनवरी, 2012 को प्रकाशित हुई थी

धोनी ने दिया वरिष्ठ खिलाड़ियों को हटाने का संकेत

खास बातें

  • धोनी जहां बल्लेबाजों की नाकामी से आहत हैं वहीं उन्होंने संकेत दिया कि एडीलेड टेस्ट के बाद वरिष्ठ खिलाड़ियों को चरणबद्ध ढंग से टीम से हटाने के बारे में विचार किया जा सकता है।
पर्थ:

पर्थ टेस्ट हारने के बाद भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी जहां बल्लेबाजों की नाकामी से आहत हैं वहीं उन्होंने रविवार को संकेत दिया कि एडीलेड टेस्ट के बाद वरिष्ठ खिलाड़ियों को चरणबद्ध ढंग से टीम से हटाने के बारे में विचार किया जा सकता है।

पर्थ के वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट एसोसिएशन (वाका) मैदान पर खेले गए तीसरे टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया ने भारत को मैच के तीसरे ही दिन रविवार को पारी और 37 रनों से हरा दिया। इस जीत के साथ मेजबान टीम चार टेस्ट मैचों की श्रृंखला में 3-0 से आगे हो गई है।

भारतीय टीम की इस हार के साथ ही वरिष्ठ खिलाड़ियों की आलोचना हो रही है और उन्हें टीम से बाहर किए जाने के स्वर उठने लगे हैं। ऑस्ट्रेलिया में खेले गए तीन टेस्ट मैचों में वरिष्ठ खिलाड़ियों का प्रदर्शन अब तक उम्दा नहीं रहा है।

एडीलेड में चौथा टेस्ट मैच 24 जनवरी से होगा और इसके बाद एकदिवसीय त्रिकोणीय श्रृंखला में 15 मैच होंगे। तीसरी टीम श्रीलंका होगी। 

धोनी ने कहा कि वरिष्ठ खिलाड़ियों से विचार जानने के बाद ही उन्हें टीम से बाहर किए जाने के मसले पर फैसला किया जाएगा।

धोनी से जब पूछा गया कि वह और टीम प्रबंधन वरिष्ठ खिलाड़ियों को टीम से बाहर करने के बारे में सोच रहे हैं, उन्होंने कहा, "अभी नहीं, इस श्रृंखला के अंत में इस पर चर्चा करना उपयुक्त समय होगा। हमें यह भी देखना होगा कि वरिष्ठ खिलाड़ियों की सोच क्या है। हम जानते हैं कि उन्होंने देश के लिए क्या किया है और युवा खिलाड़ियों के साथ वह अपना विशाल अनुभव बांट सकते हैं।"

सचिन तेंदुलकर इस श्रृंखला में हालांकि 41.50 की औसत से तीन टेस्ट मैचों में भारत की ओर से सबसे अधिक 249 रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे। उनके प्रदर्शन को तो बेहतर कहा जा सकता है लेकिन राहुल द्रविड़ 28 की औसत से 168 रन बना सके और वीवीएस लक्ष्मण 17 की औसत से तीनों मैच में संघर्ष करते दिखे।

ऐसी खबरें भी हैं कि लक्ष्मण सबसे पहले युवा खिलाड़ी के लिए स्थान खाली करेंगे। यह सवाल पूछे जाने पर धोनी ने कहा कि वह किसी भी सम्भावना पर टिप्पणी नहीं करेंगे।

धोनी ने टीम में युवा और अनुभवी खिलाड़ियों के उचित प्रतिनिधित्व के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं किया जा सकता कि एक बार में सभी खिलाड़ियों को टीम से बाहर दिया जाए और युवा खिलाड़ियों को शामिल कर लिया जाए। हमें तर्कसंगत ढंग से इस पर विचार करने की जरूरत है। 

पर्थ टेस्ट हारने के बाद धोनी ने कहा, "हम अब तक अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं। ऑस्ट्रेलियाई टीम के सलामी बल्लेबाज डेविड वार्नर ने वास्तव में अच्छी बल्लेबाजी की। वार्नर की पारी की बदौलत हम मुकाबले से दूर चले गए।"

ऑस्ट्रेलिया की ओर से वार्नर ने पहली पारी में 180 रन बनाए थे। वार्नर को उनकी शानदार पारी के लिए 'मैन ऑफ द मैच' घोषित किया गया। बकौल धोनी, "बल्लेबाजों की नाकामी से निश्चिततौर पर हम आहत हैं।"

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उल्लेखनीय है कि विदेशी जमीं पर भारतीय टीम लगातार सातवीं बार टेस्ट मैच हारी है। इससे पहले, इंग्लैंड में खेली गई श्रृंखला में भारत को 0-4 से शिकस्त झेलनी पड़ी थी।

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