इन वजहों से धोनी के लिए करो या मरो साबित हो सकती है द. अफ्रीका सीरीज

इन वजहों से धोनी के लिए करो या मरो साबित हो सकती है द. अफ्रीका सीरीज

महेंद्र सिंह धोनी (फाइल फोटो)

नई दिल्ली:

अपने भरोसेमंद खिलाड़ियों के सहारे धोनी अपने जीवन की सबसे महत्वपूर्ण सीरीज खेलने अगले महीने मैदान पर होंगे। धोनी अब टेस्ट टीम के हिस्सा नहीं हैं, इसलिए सिर्फ छोटे फॉर्मेट में कामयाबी हासिल करने की चुनौती उनके ऊपर अब ज्यादा है।

मुश्किल में क्यों हैं धोनी?
- 2015 वनडे विश्व कप में टीम अपना ताज नहं बचा पाई थी
- बांग्लादेश के खिलाफ़ वनडे सीरीज़ में मिली हार फैंस अभी तक नहीं भूले हैं
- सबसे बड़ी वजह है कि टेस्ट कप्तान विराट कोहली का टीम पर असर बढ़ रहा है

अगर धोनी दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टी-20 और वनडे सीरीज में बतौर कप्तान और बल्लेबाज़ कामयाब नहीं हुए तो कोहली को हर फॉर्मेट का कप्तान बनाने की मांग और ज़ोर पकड़ सकती है। धोनी खुद मान चुके हैं कि विराट एक शानदार कप्तान हैं। पिछले 1 साल में धोनी के बल्ले में कुछ खास चमक नहीं बिखेरी है, जिससे दबाव और बढ़ गया है।

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पिछले 12 महीनों का प्रदर्शन
15 मैचों में 42.80 की औसत से धोनी के नाम 428 रन हैं, जिसमें कोई शतक नहीं है। पिछले तीन महीनों से धोनी क्रिकेट से दूर रहे हैं। उन्होंने सेना के साथ कुछ वक्त गुजारा,लेकिन क्रिकेट से दूर रहने का उनके खेल पर कितना असर पड़ा है, ये वनडे सीरीज के दौरान पता चलेगा। अगर अगले साल होने वाले टी-20 विश्वकप भारत ने नहीं जीता, तो काफी मुमकिन है कि धोनी के हाथों से रंगीन कपड़ों की कप्तानी भी जा सकती है।