बीसीसीआई के सबसे अच्छे पदाधिकारियों में से एक रहे हैं श्रीनिवासन : शशांक मनोहर

बीसीसीआई के सबसे अच्छे पदाधिकारियों में से एक रहे हैं श्रीनिवासन : शशांक मनोहर

मुंबई:

जगमोहन डालमिया के बाद एन. श्रीनिवासन को मैं सबसे अच्छा बोर्ड सचिव मानता हूं, भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड में बतौर अध्यक्ष दूसरी पारी शुरू करते ही शशांक मनोहर ने ये बयान देकर अपने विरोधियों के सामने गुगली डाल दी। शशांक के नाम का प्रस्ताव पूर्वी ज़ोन की सभी 6 एसोसिएशनों ने दिया था, जिसके बाद महज़ औपचारिकता की स्पेशल जनरल मीटिंग में मनोहर सर्वसम्मति से चुन लिए गए।

अध्यक्ष बनने के बाद शशांक ने सबसे पहले प्राथमिकता बोर्ड की छवि सुधारने को बताते हुए कहा कि वो जगमोहन डालमिया के अच्छे कामों को आगे बढ़ाएंगे। भ्रष्टाचार हटाने, हितों के टकराव दूर करने को भी उन्होंने पहली प्राथमिकता बताते हुए कहा, 'बीसीसीआई सभी उपायों को दो महीने की अवधि में लागू करेगी। बीसीसीआई अपने आप में एक बड़ा ब्रांड है, लेकिन प्रशंसकों के समर्थन के बिना यह इतना बड़ा ब्रांड नहीं बन पाता। हमारे दिवंगत अध्यक्ष जगमोहन डालमिया ने भारतीय क्रिकेट को आगे ले जाने के लिए जो अच्छे काम किए थे, मैं उन्हें जारी रखना चाहूंगा।'

मनोहर ने ये भी कहा कि ऐसी धारणा बन गई है कि बोर्ड में सब कुछ ग़लत हो रही है, जिसे सुधारने मेरी प्राथमिकता होगी। इसके लिए हम बोर्ड का संविधान, खर्चों का ब्यौरा और बैलेंस शीट सब कुछ वेबसाइट पर डालेंगे।'

शशांक के अध्यक्ष बनने के बाद भारतीय टीम के पूर्व कप्तान सौरभ गांगुली ने कहा, 'ये उनकी दूसरी पारी है। मुझे पूरा विश्वास है कि इस बार भी वो अच्छा काम करेंगे।' पूर्व बोर्ड सचिव निरंजन शाह का कहना था कि उनकी साफ सुथरी छवि का बोर्ड को फायदा मिलेगा।

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शशांक मनोहर 2008-11 तक बोर्ड अध्यक्ष रह चुके हैं, उसी वक्त ललित मोदी विवाद शुरू हुआ था, दो साल की दूसरी पारी में उनके सामने भ्रष्टाचार के नए मुद्दे पनपने नहीं देने से लेकर, पुराने मुद्दों को अंजाम तक पहुंचाने जैसी कई चुनौतियां होंगी।