एमएस धोनी के आउट होते ही टीम इंडिया भारी दबाव में आ गई थी (फाइल फोटो)
खास बातें
- दिल्ली में खेले गए दूसरे वनडे में भारतीय बल्लेबाजी बिखर गई थी
- टीम इंडिया की ओर से केदार जाधव ने बनाए थे सर्वाधिक 41 रन
- कप्तान धोनी ने 39 रन बनाए थे, लेकिन अहम मौके पर आउट हो गए
नई दिल्ली: दिल्ली वनडे में टीम इंडिया की हार पर चर्चा करते हुए पूर्व कप्तान और सलामी बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने टीम इंडिया को नसीहत देते हुए कहा है कि हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि न्यूजीलैंड की टीम वनडे वर्ल्ड कप की उपविजेता है. उसे हल्के में नहीं लिया जा सकता. टेस्ट की बात अलग थी, लेकिन न्यूजीलैंड की टीम वनडे और टी-20 में बेहतर है, क्योंकि उसके पास कई शानदार बल्लेबाज और गेंदबाज हैं. उन्होंने टीम इंडिया की हार के अन्य कारण भी गिनाए, जिनमें से रनों का पीछा करते समय सही शुरुआत नहीं मिलना भी एक है.
सुनील गावस्कर ने 243 रन के छोटे लक्ष्य का भी पीछा नहीं कर पाने पर बात करते हुए NDTV से कहा कि इससे कुछ प्रश्न खड़े हो गए हैं. कोटला वनडे में हार का मतलब है कि अब सीरीज 1-1 से बराबरी पर आ गई है, जबकि लक्ष्य छोटा था. गौरतलब है कि पहले वनडे में भारत ने न्यूजीलैंड को हराकर सीरीज में 1-0 की बढ़त हासिल कर ली थी.
उन्होंने आगे कहा, महेंद्र सिंह धोनी के धुरंधरों को इसलिए संघर्ष करना पड़ा, क्योंकि उन्हें सही शुरुआत नहीं मिली. उन्होंने यह भी कहा कि भारतीय बल्लेबाजों को थोड़ा अधिक धैर्य दिखाना था.
गावस्कर ने कहा, 'भारत पर लक्ष्य का पीछा करते समय शुरुआत से ही दबाव था. उस पर टीम इंडिया को सही शुरुआत नहीं मिली. रोहित शर्मा जैसा बल्लेबाज मैच को अकेले ही खींचकर ले जाने की क्षमता रखता है, लेकिन वह जल्दी ही आउट हो गए. कुछ ऐसा ही विराट कोहली के साथ भी हुआ. यही वह कारण थे जिनसे इंडिया लक्ष्य का पीछा करने में सफल नहीं हो पाई.'
भारतीय बल्लेबाजों की गलतियों पर बात करते हुए उन्होंने कहा, 'वनडे में भी बल्लेबाज के पास बड़े शॉट खेलने का समय होता है, लेकिन भारतीय बल्लेबाजों ने विकेट पर समय नहीं बिताया और जल्दी आउट हो गए.'
गावस्कर ने कीवी टीम के कप्तान केन विलियम्सन की तारीफ की. गौरतलब है कि विलियम्सन ने 118 रन की पारी खेली थी और मैन ऑफ द मैच रहे.
उन्होंने कहा, 'हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि वह वर्ल्ड कप के उपविजेता हैं. उनके पास विलियम्सन, टॉम लाथम, मार्टिन गप्टिल जैसे अच्छे बल्लेबाज हैं और उनकी गेंदबाजी भी अच्छी है. मिचेल सैंटनर बहुत अच्छी गेंदबाजी करते हैं और उनकी फील्डिंग भी कमाल की है.'
विलियम्सन की कप्तानी पर बात करते हुए सुनील गावस्कर ने कहा, 'केन विलियम्सन ने खुद अच्छा प्रदर्शन करके उदाहरण रखते हुए कप्तानी की और टीम उससे प्रेरित हुई. उन्होंने अपनी आलाोचनाओं का भी बखूबी जवाब दिया. कुल मिलाकर वनडे में कीवी टीम बहुत ही अच्छी है.'